नदी किनारे सजी जुआरियों की महफिल, पुलिस ने 12 लोगों को दौड़ा-दौड़ाकर पकड़ा

दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में पुलिस ने सोमवार रात जुए के फड़ पर छापेमारी की। मौके से पुलिस ने 12 जुआरियों को रंगेहाथों पकड़ा है। रेड से पहले ही फड़ संचालक मौके से कैश लेकर फरार हो गया। बताया जा रहा है कि एक पुलिसकर्मी ने छापेमारी की सूचना दे दी थी। पुलिस ने फिल्मी स्टाइल में आरोपियों को दबोचा है। दरअसल, सोमवार को पुलिस को शिवनाथ तट पर तिरपाल में लहरों का आनंद लेते हुए फड़ चलने की सूचना मिली। क्राइम की टीम ट्रैक्टर से नदी किनारे पहुंची। पहले जुआरियों के 2 मुखबिर पकड़े गए, फिर टीम को देखकर कुछ लोग भागने लगे, लेकिन पुलिस 12 लोगों को घेराबंदी कर पकड़ लिया।

SP जितेंद्र शुक्ला के निर्देश पर ACCU की टीम ने कार्रवाई की है। क्राइम DSP और TI की टीम मौके से 75 हजार 300 रुपए के साथ 12 बाइक भी की जब्ती की है। धमधा थाने में जुआ अधिनियम की धारा 3 (2) के तहत कार्रवाई की है।

पुलिस ने मौके से 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया। जिनमें आरोपी सतीश कुमार नवरंग (43) निवासी ग्राम मुरकुटा जिला बेमेतरा, गजेंद्र साहू (25) निवासी ग्राम चीरचार जिला बालोद, अनिल टंडन (38) निवासी ग्राम सीताडबरी छुईखदान जिला केसीजी, उधो कुमार ध्रुव (30) निवासी ग्राम रौंदा धमधा जिला दुर्ग, सुकालू दास खुटेल (45) निवासी ग्राम लाखाटोला जिला कबीरधाम, शिव सिंह (52) निवासी ग्राम कोपेडबरी जिला बेमेतरा को पकड़ा है। इसके साथ ही जयंत वर्मा (39) निवासी ग्राम कोदवा जिला बेमेतरा, शरद कुमार वैष्णव (46) निवासी भंडारपुर जिला कबीरधाम, मनीष बारले (27) निवासी ग्राम रौंदा धमधा जिला दुर्ग, योगेश साहू (26) निवासी जोरातराई जिला राजनांदगांव, प्रदीप मोटवानी (42) निवासी हाउसिंग बोर्ड पद्मनाभपुर जिला दुर्ग और मेहताब सिंह (34) निवासी कवर्धा जिला कबीरधाम शामिल हैं।

बताया जा रहा है कि क्राइम टीम के छापे की सूचना एक पुलिसकर्मी ने ही जुआरियों को लीक की, जिसके बाद फड़ संचालक सहित कुछ जुआरी मौके से लाखों रुपए लेकर भाग गए। पुलिस के हाथ सिर्फ 75 हजार रुपए ही लगे, लेकिन फड़ करीब 10 लाख रुपए से ऊपर का था। शिवनाथ के किनारे बेखौफ होकर जुआ खेल रहे आरोपियों ने पुलिस को बातचीत बताया कि हमें तो बोला गया था कि एक पुलिस अधिकारी से 2 लाख रुपए हफ्ता में जुआ खिलाने की अनुमति दी गई है, जिसके कारण भीड़ उमड़ी है। धमधा क्षेत्र में जुए के इस फड़ का तीसरा दिन था, लेकिन एसीसीयू की टीम ने छापामार कार्रवाई कर उसे ध्वस्त कर दिया।