पुलिस के मुताबिक महासमुंद जिले के झलप का रहने वाला आरोपी राजा अग्रवाल ने घटना के बाद फरार हो गया था और अपना मोबाइल भी बंद कर दिया था. इस दौरान उसने किसी से भी संपर्क नहीं किया. फरारी के दौरान वह महाराष्ट्र बॉर्डर पर ग्राम देवरी में अपने मामा के घर पर छिपा हुआ था. तकनीकी जांच के बाद पुलिस को उसका लोकेशन मिला. जिसके बाद एसआईटी ने घेरेबंदी कर उसे गिरफ्तार किया है.
मामले में आरोपियों की गिरफ़्तारी के लिए SIT का किया गया गठन
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने घटना की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण कीर्तन राठौर के नेतृत्व में 14 सदस्यीय एक विशेष टीम का गठन कर टीम के सदस्यों को अज्ञात आरोपियों की पतासाजी कर गिरफ्तार करने निर्देशित किया था. जिस पर विशेष टीम के सदस्यों ने घटना स्थल का निरीक्षण कर घटना के संबंध में विस्तृत जानकारी एकत्र करना प्रारंभ किया. पुलिस की टीम ने तकनीकी विश्लेषणों और अन्य माध्यमों से अज्ञात आरोपियों की पतासाजी करना प्रारंभ किया. मामले की पड़ताल के बाद एसआईटी ने केस में धारा को भी बदल दिया है. आरोपियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया है. इससे पहले हत्या की कोशिश और मारपीट का केस दर्ज किया था. इस मामले में अब तक दो लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. मामले में आगे और भी गिरफ्तारी हो सकती है.
यह है पूरी घटना
घटना 6 और 7 जून की रात करीब 03 बजे की है. एक ट्र्क CG 07 CG 3929 में गौ तस्करी की आशंका के चलते कुछ लोगों द्वारा महासमुंद जिले के पटेवा क्षेत्र से वाहन का पीछा किया गया. युवकों ने ट्रक को आरंग के महानदी पुल के उपर रूकवाया. ट्रक के अंदर बैठे चांद मियां, गुड्डू खान और सद्दाम खान को बाहर निकालकर आरोपियों ने उनसे मारपीट करते हुए बुरी तरह से घायल कर दिया और मौके से फरार हो गए. घटना की जानकारी मिलते ही आरंग पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस के मौके पाए पहुंचते ही एक युवक चांद मिया की मौत हो चुकी थी. वहीं दो अन्य गंभीर रूप से घायल थे. जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया. इस दौरान घायलों में से एक गुड्डू खान ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया और एक गंभीर रूप से घायल युवक सद्दाम खान की मेकाहारा में इलाज के दौरान 11 दिन बाद यानी 18 जून को मौत हो गई. तीनों मृतक युवक उत्तर प्रदेश के निवासी थे.