बाहरवाली संग नाजायज रिश्‍तों की पोल खुली तो ……. युवक ने

द्वारका| एक दिन द्वारका पुलिस स्‍टेशन को सूचना मिलती है कि पालम गांव के राजनगर इलाके स्थित एक घर में दो-तीन लोगों का कत्‍ल हो गया है| मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने जैसे ही घर के भीतर कदम रखा, उनकी आंखें खुली की खुली रह गईं| लगभग पूरा घर खून से सना हुआ था| घर में एक तरफ एक शख्‍स का शव पड़ा हुआ था, जब कि दूसरी तरफ दो महिलाओं के शव पड़े हुए थे| तीनों पर धारदार हथियार से वार कर बेरहमी से मारा गया था|

इस मामले द्वारका थाना पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 302 के तहत मामला दर्ज कर अपनी तफ्तीश शुरू की| तफ्तीश के दौरान पता चला कि मरने वाले घर के मुखिया, उनकी पत्‍नी और बहू है| वहीं, मामले की जांच कर रही पुलिस टीम के माथे पर बल ज्‍यादा गहरे हो गए, जब उन्‍हें पता चला कि वारदात का शिकार हुई बहू गर्भवती थी| इसके बाद, पुलिस ने पूरी शिद्दत से इन हत्‍याओं को अंजाम देने वाले गुनहगार की तलाश शुरू कर दी|

जांच के दौरान, पुलिस टीम ने जब वारदात में जान गंवाने वाले बुजुर्ग दंपति के बेटे नितिन से पूछताछ की तो उसकी बातों में लगातार विरोधाभास मिला| वहीं, जांच के दौरान शक की तमाम सुइंया घूम फिर कर नितिन पर आकर टिक रही थीं| लिहाजा, शक के आधार पर नितिन वर्मा को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की गई| पूछताछ के दौरान, नितिन ने जो खुलासा किया, उसे सुनने के बाद एकबारगी पुलिस टीम को भी अपने कानों पर भरोसा नहीं हुआ|

दरअसल, पूछताछ के दौरान नितिन ने पुलिस को बताया कि उसका एक युवती के साथ एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर चल रहा था, जिसकी भनक एक दिन उसकी गर्भवती बीवी को लग गया| इसी बात को लेकर दोनों के बीच झगड़ा हो गया| यह झगड़ा कुछ ही देर में मारपीट में बदल गया| गुस्‍से में अपना आपा खो चुके नितिन ने धारदार हथियार ने अपने गर्भवती बीवी पर वार कर दिया| इस बीच, बीचबचाव करने पहुंचे अपने माता-पिता को भी उसने नहीं बक्‍शा|

डीसीपी (क्राइम ब्रांच) अमित गोयल ने बताया कि इस कबूलनामें के आधार पर नितिन को गिरफ्तार कर लिया गया था| वहीं, हत्‍या की जघन्‍य वारदात के लिए उसे कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी| एक साल पहले नितिन को पैरोल पर जेल से रिहा किया गया था| पैरोल की अवधि खत्‍म होने के बावजूद उसने सरेंडर नहीं किया और वह फरार हो गया| क्राइम ब्रांच को इस मामले की जांच सौपें जाने के बाद नए सिरे से आरोपी की तलाश शुरू कर दी गई|

जिसके बाद, पुलिस की एक टीम को गुवहाटी की उस लोकेशन के लिए रवाना कर दिया गया| गुवहाटी पहुंचने के बावजूद पुलिस टीम के लिए नितिन तक पहुंचना मुश्किल हो रहा था| दरअसल, नितिन पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए लगातार अपने मोबाइल हैंडसेट, सिम कार्ड और ठिकाने बदल रहा था| गुवहाटी में एक लंबी कवायद के बाद पुलिस टीम ने नितिन को खोजने में सफर रही| गुवहाटी से गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने एक बार फिर उसे उसकी सही जगह पर पहुंचा दिया है|