छह साल पहले अनुकंपा में भृत्य के पद पर नियुक्त को बनाया सहायक राजस्व अधिकारी, बड़े बकाया टेैक्स में किश्त जमा कराने के नाम पर अतिरिक्त वसूली की शिकायत

दुर्ग (चिन्तक)। शहर की जनता से संपत्तिकर जलकर सहित अन्य टैक्स की वसूली करके लगभग साठ लाख रूपए की राशि लेकर भाग जाने वाली स्पैरो कंपनी के बाद टैक्स वसूली की जिम्मेदारी नगर निगम द्वारा अपने हाथ में लेने के बावजूद शहर की जनता को राहत नही मिल पा रही है। टैक्स की वसूली का काम कर रहे सहायक राजस्व अधिकारी शुभम गोईर की भूमिका पर सवाल उठने का दौर शुरू हो गया है।
यहां गौरतलब है कि स्पैरो कंपनी पिछले कई वर्ष से शहर की जनता से टैक्स की वसूली का काम करती रही है। अब नगर निगम से उसका अनुबंध खत्म हो गया है और नगर निगम का राजस्व विभाग ैटैेक्स की वसूली का काम कर रहा है। नगर निगम के राजस्व अधिकारी दुर्गेश गुप्ता है जो राजस्व मामलो के जानकार होने के साथ अनुभवी भी है। श्री गुप्ता ने नगर निगम की आय को बढ़ाने के लिए बड़े बकायादारों की सूची बनायी थी और वसूली का अभियान चलाने लक्ष्य निर्धारित किया था।

परिणाम स्वरूप बड़े बकायादारों में कई ऐसे लोगों के नाम सामने आए थे जिन्होने कई वर्षो से टैक्स जमा नही किया था लेकिन इस बीच शुभम गोईर नामक कर्मचारी को सहायक राजस्व अधिकारी बना दिया गया। सहायक राजस्व अधिकारी शुभम गोईर के विरूद्ध बड़े बकायादारो से टैक्स जमा कराने के नाम पर अतिरिक्त राशि वसूलने की शिकायत सामने आई है।
बताया गया है कि नगर निगम में शुभम गोईर नामक कर्मचारी की नियुक्ति अनुकंपा में भृत्य के पद पर हुई थी। छह वर्ष के अंतराल में भृत्य को सहायक राजस्व अधिकारी बना दिए जाने से निगम की प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े कि ए जा रहे हैं। निगम के अधिकांश अधिकारी व कर्मचारियों ने इस नियुक्ति को शासन के नियम व कानून के विपरीत बताया है।

कर्मचारियों का कहना है कि सहायक राजस्व अधिकारी के पद के लिए नियमानुसार कई योग्य व सीनियर है लेकिन इन्हें नजर अंदाज कर भृत्य के रूप में नियुक्त कर्मी को सहायक राजस्व अधिकारी बना दिया गया है। सहायक राजस्व अधिकारी शुभम गोईर की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं।
शिकायत में कहा गया है कि वर्षो से बकायादार बड़े टेक्सधारी जिनसे नगर निगम को लाखों रूपए वसूलना है। उनसे एक दो किश्त की मामूली राशि लेकर अभयदान दिया जा रहा है। इसकी आड़ में अतिरिक्त राशि वसूली जा रही है इससे निगम की आय पर विपरीत असर पड़ रहा है।

सहायक राजस्व अधिकारी शुभम गोईर निगम के बड़े अफसरों व बड़े नेताओं के घर का खर्चा भी उठा रहे हैं। इस बात की ब्यापक चर्चा है। विधायक गजेन्द्र यादव व निगम महापौर धीरज बाकलीवाल से इस मामले में व्यक्तिगत रूचि लेकर पहल करने की मांग की गयी है।

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