फोर्स ने छत्तीसगढ़ सीमा पर मार गिराए 6 नक्सली, यहां जमा थे बड़े नक्सल लीडर

जगदलपुर| छत्तीसगढ़ समेत देशभर में नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। इस बीच, तेलंगाना की ग्रेहाउंड्स फोर्स ने छत्तीसगढ़ सीमा पर बड़ी कार्रवाई की है। दरअसल, सूचना मिली थी कि कोत्तागुडेम जिले के गुंडाला-करकागुडेम इलाके में भारी संख्या में नक्सली मौजूद हैं। इसी सूचना के आधार पर ग्रेहाउंड्स की फोर्स को सर्च ऑपरेशन के लिए भेजा गया था। इस दौरान छत्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर पर पुलिस और नक्सलियों के बीच गुरुवार की सुबह मुठभेड़ हुई है। तेलंगाना की ग्रेहाउंड्स फोर्स ने 2 महिला नक्सली समेत 6 माओवादियों को ढेर कर दिया है, जबकि कुछ नक्सली घायल बताए जा रहे हैं। वहीं दो जवानों को भी गोली लगी है।

जानकारी के अनुसार यह मुठभेड़ भद्रादि-कोत्तागुड़ेम जिले के गुंडाला-करकागुड़ेम और मुलुगू के बीच चल रही है। जवानों ने सभी छह नक्सलियों के शव बरामद कर लिए हैं। दो जवान घायल भी हुए हैं। पूरा ऑपरेशन तेलंगाना के वरिष्ठ पुलिस अफसरों की निगरानी में चलाया जा रहा है। जवान आज सुबह ही नक्सलियों के ठिकाने पर पहुंचे। जहां नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हो गई। दोनों तरफ से जमकर गोलीबारी हुई। जवानों ने 6 नक्सलियों के शव बरामद कर लिया है।

गुड़ाला करकागुडेम में भारी संख्या में नक्सली मौजूद हैं। सूचना के आधार पर ग्रे हाउड की टीम मौके पर पहुंची। सुबह में पहुंचते ही नक्सलियों और जवानों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। वहीं कुछ नक्सली घायल भी बताए जा रहे हैं। फिलहाल, मौके पर जवान सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं। बता दें कि 3 सितंबर को दंतेवाड़ा जिले में बैलाडीला की पहाड़ियों के नीचे बसे गांवों के जंगल में मुठभेड़ हुई थी। जवानों ने तेलंगाना के रहने वाले DKSZC रणधीर समेत 9 माओवादियों को ढेर किया था। रणधीर पर 25 लाख रुपए का इनाम था। मारे गए सभी कुल 59 लाख रुपए के इनामी नक्सली हैं।

बता दें कि दो दिन पहले यानी 3 सितंबर को दंतेवाड़ा-बीजापुर बॉर्डर पर जवानों ने 9 नक्सलियों को मार गिराया। मारे गए नक्सलियों में 25 लाख रुपए का इनामी दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी कैडर रणधीर भी शामिल है। दक्षिण बस्तर में मारा जाने वाला यह (DKSZC) कैडर का पहला नक्सली है। सभी नक्सलियों के शवों की शिनाख्त हो गई है। इनमें 6 महिला नक्सली भी हैं। मारे गए नक्सलियों पर 59 लाख रुपए का इनाम था। मुठभेड़ में करीब 400 जवान शामिल थे। SP दंतेवाड़ा गौरव राय के मुताबिक, करीब 36 घंटे तक ऑपरेशन चला। इस दौरान 7-8 घंटे तक फायरिंग होती रही।