सिम्स के डीन और एमएस सस्पेंड: अव्यवस्था देखकर भड़के स्वास्थ्य मंत्री दिए कार्रवाई के निर्देश
रायपुर। छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान (CIMS) के डीन और एमएस को सस्पेंड कर दिया गया है। अस्पताल की अव्यवस्था देखकर भड़के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने दोनों पर तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
दरअसल, स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल आज बिलासपुर सिम्स की अधिशाषी समिति की बैठक में शामिल होने पहुंचे थे। इससे पहले उन्होंने अस्पताल का निरीक्षण किया। इस दौरान मरीजों को हो रही परेशानी और सिम्स प्रबंधन की कार्यशैली देखकर वे नाराज हो गए। लापरवाही बरतने पर डीन डॉ. के.के. सहारे और एम.एस. डॉ. एस.के.नायक को सस्पेंड करने के दिए निर्देश|
स्वास्थ्य मंत्री ने चिकित्सकों और सिम्स स्टाफ को सेवा भाव से काम करने की दी सलाह। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि विष्णुदेव साय की सरकार सुशासन की पक्षधर, गरीब जनता का हित सर्वोपरि है।
आज स्वास्थ्य मंत्री जयसवाल सिम्स अस्पताल दौरे पर पहुंचे थे । उनके साथ स्वास्थ्य अपर मुख्य सचिव मनोज पिंगुआ, आयुक्त चिकित्सा शिक्षा किरण कौशल,संचालक स्वास्थ्य सुविधाएं ऋतुराज रघुवंशी,एमडी सीजीएमएससी पद्मिनी भोई, एनएचएम के एमडी जगदीश सोनकर भी साथ थे। उन्होंने सिम्स के विस्तार के रूप में बन रहे कोनी के मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल के लिए 31 अक्टूबर 2024 तक निर्माण, खरीदी और भर्ती कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए, ताकि राज्य स्थापना सप्ताह के दौरान इसका लोकार्पण किया जा सके। उन्होंने अस्पताल भवन एवं अब तक उपलब्ध की गई सुविधाओं का अवलोकन किया।
200 करोड रुपए की लागत से बन रहे अस्पताल में 240 बेड की सुविधा है। इसमें 6 विभाग होंगे एवं बीमारियों का इलाज किया जाएगा। इसके अंदर कैंसर इंस्टिट्यूट के लिए 700 करोड रुपए की स्वीकृति प्रदान की गई है। कार्यों की समीक्षा के दौरान सिम्स मेडिकल कॉलेज के डीन केके सहारे और अधीक्षक एसके नायक को वित्तीय अनियमितता और कार्यों में लापरवाही के चलते निलंबित करने के निर्देश स्वास्थ्य मंत्री ने दिए है।
स्वास्थ्य मंत्री सिम्स की अधिशासी समिति की बैठक में भी शामिल हुए थे। इस दौरान उन्होंने सिम्स प्रबंधन की कार्यशैली से नाराज होते हुए प्रबंधन को फटकार लगाई। लापरवाही बरतने पर नाराज होकर उन्होंने डीन डॉक्टर केके सहारे और एमएस डॉक्टर एसके नायक को निलंबित कर दिया।
बैठक में स्वास्थ्य मंत्री और स्वशासी समिति के अध्यक्ष श्याम बिहारी जायसवाल ने सख्त तेवर दिखाए। उन्होंने कहा की आम आदमी को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा दिलाने के लिए राज्य सरकार वचनबद्ध है। इसमें आड़े आने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने उदारतापूर्वक सिम्स को बेहतर बनाने और उपकरणों के लिए 10 करोड़ रुपए की स्वीकृति भी दी। बैठक में स्वशासी खाते से कॉलेज के हिसाब किताब का ऑडिट करने के लिए डेढ़ लाख रुपए के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया सिम्स परिसर में विद्युत सब स्टेशन के एक नवीन एलटी पैनल स्थापित करने के लिए 42 लाख दिया गया। मेडिकल कॉलेज भवन के लिए एक डीजी सेट खरीदने की अनुमति भी दी गई। डीन और मेडिकल सुपरिंटेंडेंट के लिए नए वाहन प्रस्ताव का भी अनुमोदन किया गया। मेडिकल छात्रों के आने-जाने के लिए एक 52 सीटर बस करें करने की वित्तीय एवं प्रशासकीय मंजूरी दी गई। चिकित्सा कॉलेज में हिंदी मीडियम की पुस्तक खरीदने के लिए भी 5 लाख दिया गया। सिम्स छात्रावास में बेड खरीदने के लिए 14 लाख रुपए की राशि के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया।
बैठक में कहा गया की जेम पोर्टल से नियमानुसार इसकी खरीदी की जाए। कॉलेज के लिए सीसीटीवी रेफ्रिजरेटर बायोमेट्रिक मशीन फोटोकॉपी मशीन की खरीदी के प्रस्ताव का भी अनुमोदन किया गया। सिम्स अस्पताल के मलेरिया वार्ड में फाउल्लर मैट्रेस खरीदने कंसलटेंसी फीस कंप्यूटर सेट फोटोकॉपी मशीन सीसीटीवी कैमरा लगाने की हॉस्पिटल तैयार करने कंप्यूटर ऑपरेटर और स्टाफ नर्स तथा सफाई कर्मचारी की भर्ती के बारे में भी निर्णय लिया गया। इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा आयुक्त किरण कौशल, संभागायुक्त महादेव कावरे,स्वास्थ्य विभाग के संचालक ऋतुराज रघुवंशी ,सीजी एमएससी की प्रबंध संचालक पद्मिनी भोई, एनएचएम के प्रबंध संचालक डॉक्टर जगदीश सोनकर सहित स्वशासी समिति के सदस्य एवं अधिकारी उपस्थित थे।