नगर निगम ने निरस्त किया 59 कामों का टेंडर: सामान्य सभा में लगा था कमीशनखोरी का आरोप

दुर्ग। नगर निगम दुर्ग में 59 कार्यों के टेंडर प्रक्रिया को लेकर घमासान के बाद आखिरकार निगम को उसे निरस्त करना पड़ा। लगातार शिकायत के बाद निगम प्रशासन बैकफुट पर आया। जनदर्शन और सामान्य सभा में भी इस मामले को उठाया गया था। निगम प्रशासन पर कमीशनखोरी का भी आरोप लगा। लिहाजा निगम प्रशासन ने टेंडर निरस्त करने का फरमान जारी कर दिया है। अब नए सिरे से 59 कार्यों के लिए दूसरी बार टेंडर कॉल किया गया है। निविदा प्रपत्र के करने के लिए आवेदन प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि 30 नवंबर निर्धारित की गई है। निविदा प्रपत्र जारी करने की अंतिम तिथि 5 नवंबर रखी गई है. निविदा जमा करने की अंतिम तिथि 11 नवंबर है। इसके बाद 12 नवंबर को टेंडर ओपन किया जाएगा।

चहेते ठेकेदारों को उपकृत करते हुए टेंडर प्रक्रिया में घालमेल किए जाने का आरोप निगम प्रशासन पर लगने लगा। ठेकेदारों के एक समूह ने शिकायत भी दर्ज कराई थी। सामान्य सभा में भाजपा पार्षद अरुण सिंह ने टेंडर प्रक्रिया में अनियमितता किए जाने का आरोप लगाया था। तर्क और तथ्य के साथ टेंडर प्रक्रिया में संलिप्त अधिकारियों के नाम भी कथित रूप से उजागर किए गए। वहीं विपक्षी पार्षदों द्वारा किसी भी सूरत में टेंडर निरस्त नहीं किए जाने की बात कही गई, जबकि लोक कर्म प्रभारी अब्दुल गनी द्वारा मामले की जांच का आश्वासन दिया गया था।

शिकायतों की जांच के बाद टेंडर किया निरस्त

नगर निगम दुर्ग के कार्यपालन अभियंता मोहनपुरी गोस्वामी ने बताया कि निविदा प्रपत्र को लेकर कई तरह की शिकायतें सामने आ रही थी, जिसका परीक्षण कराया गया। ठेकेदारों द्वारा भी शिकायत दर्ज कराई गई थी। सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर टेंडर निरस्त करने का निर्णय लिया गया। दूसरी बार टेंडर के लिए तिथि का निर्धारण भी कर दिया गया है।