क्रिप्टो करंसी में मुनाफा के चक्कर में फंसा सिविल इंजीनियर, 1 लाख 92 हजार की हुई ठगी

बिलासपुर| ठगी व ऑनलाइन फ्रॉड के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। कभी व्हाट्सएप तो कभी अन्य किसी वेबसाइट्स के माध्यम से मैसेज भेजकर लोगों को काम दिलाने का झांसा देकर या फिर घर बैठे लाखों रुपये कमाने का लालच देते है। लालच में लोग फंस कर अपनी जमा पूंजी भी खो बैठते हैं। ऐसा ही एक ऑनलाइन फ्रॉड का मामला शहर में हुआ। जिसमें टेलीग्राम से मैसेज आने पर सिविल इंजीनियर को फंसा लिया गया। टॉस्क देने के बहाने 1 लाख 92 हजार की ठगी कर ली। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच में जुट गई है।

बता दें, मामला सकरी थाना क्षेत्र का है। जहां पर रामालाइफ सिटी में रहने वाले सिविल इंजीनियर आशीष साहू ने सकरी थाने में धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने अपनी शिकायत में बताया कि 7 अक्टूबर को ग्रुप में जोड़ा गया। रात 1 बजे ग्रुप की रिसेप्शनिस्ट लक्ष्मी ने ग्रुप टास्क दिया। ग्रुप के एक गाइड आर्यन ठाकुर था। आशीष सहित अन्य 3 लोगों से सबसे पहले ग्रुप एंट्री फीस के नाम से 5-5 हजार रुपये जमा कराया गया। फिर सभी को टास्क देकर क्रिप्टो करंसी वाले एप् में जोड़ा गया। सभी को लॉग इन कराया गया।

उनसे 52 हजार रुपये जमा करने का गया। रुपये बताए गए खाते में जमा करने के बाद उनके पैसे डॉलर के रुप में दिखने लगे। उनके दिए टास्क और बताए गए तरीके से आगे बढ़ने पर जमा राशि बढ़ी हुई दिखने लगी। इसके बाद 1 लाख 32 हजार रुपये टास्क को अंतिम बार बताकर फिर से रुपये जमा कराए। इसके बाद रुपये ट्रेडिंग में लगा दिया। जब जमा रुपये वापस लेना चाहा तो शाम 6 बजे ठगों ने 77 हजार रुपये करंसी कनवर्ट करने के लिए मांगे।

तब इंजीनियर को ठगी का एहसास हुआ। इस तरह के मामले पहले भी सामने आ चुके हैं। इसके प्रति लोगों को साइबर फ्रॉड से जागरूक करने के लिए पुलिस ने अभियान भी चलाया था। इंजीनियर ने ठगी की शिकायत साइबर सेल में भी की है। साइबर सेल की टीम टेलीग्राम में दिए गए लिंक की जांच कर रही है।

इस तरह के कई मामले
साइबर ठगी का यह पहला मामला नहीं है। इस तरह टेलीग्राम से लिंक भेजकर पैसा अधिक दिलाने का लालच देकर ठगों ने कई लोगों से ठगी की है। अधिक मुनाफा कमाने के लालच में लोग फंस जाते है। जब रुपये गंवा लेते है तब उन्हें ठगी का एहसास होता है।

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