देश का पहला ईको फ्रेंडली जेल होगा बिलासपुर केंद्रीय जेल, ऐसा रहेगा पूरा सिस्टम

बिलासपुर| केंद्र सरकार अब ईको फ्रेंडली जेल (ग्रीन जेल) की व्यवस्था बनाने जा रही है। इसी क्रम में बिलासपुर केंद्रीय जेल देश का पहला ईको फ्रेंडली जेल (ग्रीन जेल) बनने जा रहा है। जेल के चारों ओर हरियाली होगी। पूरा सिस्टम सोलर से चलेगा। इस वजह से बिजली का कम से कम उपयोग किया जाएगा। ईको फ्रेंडली जेल का काम शुरू हो गया। इसे तीन चरणों में पूरा किया जाएगा। अधिकारियों के अनुसार यह देश का पहला जेल होगा, जहां इस तरह की सुविधा होगी। ताकि बंदियों में सकारात्मक प्रभाव पड़े।

इस बारे में डीजी जेल हिमांशु गुप्ता ने बताया कि ईको फ्रेंडली जेल बनाने के लिए लघु, मध्यम व दीर्घकालिक प्लान बनाया गया है। उसी प्लान के अनुसार चरणबद्ध तरीके से काम किया जाएगा। पहले चरण में जेल के लिए जल संरक्षण-संवर्धन और उर्जा संरक्षण का काम किया जाएगा। जेल को प्लास्टिक व पॉलिथीन मुक्त किया जाएगा। इसके री-साइकिलिंग के लिए प्लांट लगाया जाएगा। पॉलिथीन और प्लास्टिक से ब्रिक्स बनाया जाएगा। इसके लिए जेल स्टॉफ और बंदियों को ट्रेनिंग दी जाएगी। जेल में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाया जाएगा। इसके अलावा पानी का दुरुपयोग रोका जाएगा। बिजली का दुरुपयोग रोकने के लिए उर्जा ऑडिट कराया जाएगा।

दरअसल, एनजीओ के माध्यम से जेल परिसर में वनस्पति व जीव (फ्लोरा-फौना) के सर्वे का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। सर्वे के आधार पर वनस्पति व जीवों के संरक्षण के लिए रोड मैप बनाया जाएगा। इसका उद्देश्य यह है कि आने वाले समय में बिलासपुर जेल शहर के लिए ऑक्सीजन जनरेटर बनेगा। कचरे (वेस्ट) प्रबंधन के लिए जेल में प्लाट लगाया जाएगा। इसमें सुधार कर गीले व सूखे कचरे का संग्रहण, पृथक्कीकरण व डिस्पोजल की नई व्यवस्था की जाएगी। भोजन पकाने के लिए बिजली का प्लांट लगाया जाएगा। इससे ईधन की बचत होगी और प्रदूषण नहीं फैलेगा।