आदिवासी जमीन की गलत तरीके से रजिस्ट्री का मामला, कार्रवाई के लिए विधायक ने दिया 10 दिन का अल्टीमेटम

सक्ती| सक्ती जिले में हुए आदिवासी जमीन की गलत तरीके से रजिस्ट्री का मामला अब गरमाने लगा है। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने दोषियों पर एफ.आई.आर कराने की मांग को लेकर पिछले एक सप्ताह से कलेक्टर कार्यालय के सामने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं। वहीं आज गोंगपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पाली तानाखार विधायक तुलेश्वर सिंह मरकाम धरना स्थल पहुंचकर प्रशासन को 10 दिनों का अल्टीमेटम दिया है।

तुलेश्वर सिंह मरकाम ने सभा को संबंधित करते हुए जिले में गलत तरीके से आदिवासी वर्ग की जमीन को सामान्य वर्ग द्वारा बिना अनुमति खरीदने की जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। साथ ही जिला प्रशासन को 10 दिनों का अल्टीमेटम देते हुए कारवाई करने को कहा है। वहीं कार्रवाई नहीं होने पर सक्ती बंद एवं जिला कलेक्टर कार्यालय का घेराव करने की बात कही।

बता दें कि सक्ती जिले में हुए आदिवासी जमीन की गलत तरीके से रजिस्ट्री के मामले में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने दोषियों पर एफ.आई.आर कराने की मांग को लेकर कलेक्टर कार्यालय के सामने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर 19 नवंबर से बैठे हैं। इसी बीच आज गोंगपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पाली तानाखार विधायक तुलेश्वर सिंह मरकाम धरना स्थल पहुंचकर सभा को सम्बोधित किया।10 दिनों में कार्रवाई नहीं होने पर अल्टीमेटम देते हुए उग्र आंदोलन व कलेक्टर कार्यालय को घेराव करने की बात भी कही गई है।

जानें क्या है पूरा मामला
दरअसल मामला सक्ती तहसील क्षेत्र आने वाले गांव कंचनपर का है, जहां एक आदिवासी व्यक्ति की भूमि को उप पंजीयक प्रतीक खेमुका ने अवैधानिक तरीके से सामान्य वर्ग जगदीश बंसल के नाम रजिस्ट्री करा दी है। जिससे नाराज आदिवासी समाज के लोगों ने कार्रवाई करने पूर्व में कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा था, कार्रवाई नहीं होने से नाराज आदिवासी समाज के लोगों ने गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के साथ मिलकर 19 नवंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं।

वहीं विधायक मरकाम ने कहा कि आदिवासीयों की भूमि को जो सामान्य वर्ग के लोगों द्वारा धोखाधड़ी या फिर कम रेट में खरीदा जा रहा है। उस पर जिला प्रशासन कार्रवाई करने व दोषियों पर एफ.आई.आर नहीं कर रही है। जिससे हम लोगों को बैठना पड़ा है।अब आगे देखना होगा कि इस पर क्या कार्रवाई होगी या गोंगपा पार्टी कब तक धरना पर बैठेगी।