बैंक अफसर को नाईजीरियन ठग ने लगाया 15 लाख का चूना…
राजनांदगांव। नाईजीरियन ठग ने शादी डॉट कॉम पर फर्जी आईडी बनाकर खुद को यूनाइटेड किंगडम में कार्यरत होना बता बैंक अधिकारी युवती को शादी के झांसे में लिया। फिर अपनी महिला सहयोगी के साथ मिलकर 15 लाख 72 हजार रुपए की ठगी कर ली। पुलिस की जांच पर पता चला कि साइबर नाईजीरियन ठग घाना गणराज्य का निवासी है। वह 2018 में टूरिस्ट वीजा पर भारत आया था और वीजा तथा पासपोर्ट की वैधता समाप्त होने के बावजूद भी दिल्ली में अवैधानिक रूप से रहकर भारतीय महिलाओं और युवतियों से फर्जी नाम से शादी.कॉम में आईडी बना ठगी करने के लिए संपर्क में था। जिसे राजनांदगांव पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार किया है। मामला डोंगरगांव थाना क्षेत्र का है।
डोंगरगांव थाना क्षेत्र में रहने वाली युवती बैंक में अधिकारी के पद पर कार्यरत है। उसने 29 जुलाई 2024 को डोंगरगांव थाना में रिपोर्ट दर्ज करवाते हुए बताया कि अज्ञात आरोपी द्वारा shaadi.com की प्रोफाइल आईडी आलोक देशपांडे के नाम से उसे रिक्वेस्ट आया। बातचीत करने पर दूसरी तरफ से खुद के आलोक देशपांडे होने की जानकारी दी गई और अपने विवाह के संबंध में बात कर स्वयं को यूनाईटेड किंगडम में कार्यरत होना बताया। पीड़िता ने जब उसे बताया कि वह छत्तीसगढ़ में बैंक अधिकारी के रूप में कार्यरत है और उसे अपने देश में ही शादी करनी है तब आरोपी ने खुद को जल्द ही भारत वापस लौटकर वही कार्य करने और बैंक अधिकारी युवती से शादी कर भारत में ही घर बसाने की बात कर झांसे में लिया। इस तरह से दोनों के मध्य बातचीत होने लगी और भारत आने का झांसा आरोपी देता रहा।
11 जुलाई 2024 को पीड़िता बैंक अधिकारी युवती के पास एक अनजान महिला का फोन आया और उसने बताया कि आलोक देशपांडे भारत में दिल्ली एयरपोर्ट में विदेशी मुद्रा के साथ आए हैं उसे मुद्रा को भारतीय मुद्रा में एक्सचेंज करने के लिए प्रक्रिया के तहत फीस जमा करनी होगी। इस दौरान खुद को आलोक देशपांडे बताने वाले आरोपी ने भी पीड़िता को फोन किया और कहा कि पैसों की अर्जेंट जरूरत है। पीड़िता के द्वारा असमर्थता व्यक्त करने पर उसे इमोशनल ब्लैकमेलिंग करते हुए कहने लगा कि मैं सिर्फ तुम्हारे लिए भारत वापस आया हूं और एयरपोर्ट में फंस गया हूं। इस तरह से इमोशनल ब्लैकमेलिंग कर विभिन्न खातों में कई किश्तों में 15 लाख 72 हजार रुपए ट्रांसफर करवा लिया। पीड़िता के द्वारा जिसके बाद उससे संपर्क साधने की कोशिश की गई तो उसने अपने सारे नंबर बंद कर लिए। साथ ही जिस अनजान महिला का एयरपोर्ट से कस्टम अधिकारी बनकर फोन आया था उसका भी नंबर बंद बताने लगा। ठगी का एहसास होने पर थाना पहुंचकर पीड़िता ने इसकी रिपोर्ट करवाई।
विवेचना के दौरान साइबर सेल राजनंदगांव ने शादी डॉट कॉम की प्रोफाइल आईडी एवं जिन नंबरों से पीड़िता को फोन आया था उन नंबरों का तकनीकी विश्लेषण कर आरोपी की तलाश शुरू की। उक्त नंबर दिल्ली तिलक नगर क्षेत्र में एक्टिव होना पाया गया।
आरोपी से पूछताछ में उसने अपना नाम जॉनसन सेमुअल पिता सेमुअल उम्र 40 वर्ष , मूल निवास एन–18 ईजीबो स्टेट लागोस,देश – नाईजीरिया होना बताया। वह नई दिल्ली के थाना तिलक नगर क्षेत्र अंतर्गत शाहपुरा ईलाके में संत नगर एक्सटेंशन में डब्ल्यू जेड जी –81 में वर्तमान में किराए के मकान में रहता था। गवाहों के समक्ष उसका भारतीय साक्ष्य अधिनियम के तहत मेमोरेंडम कथन लिया गया। उसके द्वारा बताए जाने पर घटना में उपयोग किए गए एक नग लैपटॉप व चार नग मोबाइल को जब्त किया गया। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह दिल्ली में रहकर अपनी एक अन्य भारतीय महिला सहयोगी के साथ ठगी की घटना को अंजाम देता था। उसकी भारतीय महिला सहयोगी ठगी करने हेतु कई फर्जी बैंक खाता तथा सिम उपलब्ध करवाती थी। इन बैंक खातों में रकम मंगाए जाते थे। महिला सहयोगी एटीएम से ठगी का पैसा खाते में आने पर निकाल कर आरोपी को देती थी। इसके एवज में वह 50% कमीशन लेती थी। दोनों आरोपियों के द्वारा प्लानिंग के तहत कंप्यूटर इलेक्ट्रॉनिक संसाधनों का उपयोग कर स्वयं की पहचान छुपा कर किसी अन्य नाम से खुद को बता कर धोखाधड़ी किया जाता था जिसके चलते प्रकरण में भारतीय न्याय सहिंता की धारा 3(5)एवं आईटी एक्ट की धारा 66(d) भी जोड़ा गया है।
पुलिस को जांच के दौरान जानकारी मिली कि आरोपी जॉनसन सेमुअल सितंबर 2018 में टूरिस्ट वीजा में भारत आया था जिसके वीजा की तिथि 2022 को ही समाप्त हो गई है। बावजूद इसके बाद भी दिल्ली में वह अनाधिकृत रूप से रह रहा था। इसकी सूचना घाना गणराज्य के दूतावास में भी पत्राचार के माध्यम से दी गई है।
कई युवतियों को बनाने वाला था शिकार
पूछताछ और जांच की जानकारी मिली कि आरोपी ने वर्तमान में ठगी के उद्देश्य से कई भोली भाली भारतीय लड़कियों को शादी डॉट कॉम के माध्यम से विभिन्न भारतीय नामों से फेक प्रोफ़ाइल बनाकर साइबर ठगी कर रहा था और वर्तमान में भी सक्रिय था। वह फर्जी नामों से आईडी बना शादी के नाम से कई लड़कियों को शिकार बनाने वाला था। पर उससे पहले ही राजनांदगांव पुलिस ने पहुंच कर मौके पर घटना में प्रयुक्त विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक डिवाईस एवं अन्य साक्ष्यों के साथ रंगे हाथों पकड़ा। इस तरह से राजनांदगांव पुलिस को अन्य भोली– भाली भारतीय लड़कियों के साथ शादी का झांसा देकर होने वाली ठगी को रोकने में महत्वपूर्ण सफलता हासिल हुई।