भिलाई के केसरी लॉज में पुलिस की रेड, 29 संदिग्ध पकड़ाए, आने की वजह तक नहीं बता पाए

भिलाई। दुर्ग पुलिस इन दिनों शहर के होटल व लॉज में ठहरने वाले संदिग्धों की पहचान के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में दुर्ग पुलिस की टीम ने पावर हाउस भिलाई स्थित अपना केसरी लॉज व केसरी में दबिश दी। पुलिस ने लॉज में सभी कमरों में ठहरने वालों से पूछताछ की और इस दौरान 29 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया। यह सभी अलग अलग राज्यों से आकर ठहरे थे और आने का प्रयोजन भी नहीं बता पाए। यही नहीं लॉज संचालक ने भी इसकी सूचना को पुलिस की नहीं दी। पुलिस अब दोनों लॉज को सील करने की तैयारी कर रही है।

दरअसल पुलिस को पावर हाउस स्थित अपना केसरी लॉज एवं केसरी लॉज में संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिली थी। इसके बाद पुलिस ने सोमवार की रात को एसपी जितेन्द्र शुक्ला के निर्देश पर एएसपी सुखनंदन राठौर के नेतृत्व में सीएसपी छावनी हरिश पाटिल, डीएसपी क्राइम हेमप्रकाश नायक, जामुल थाना प्रभारी कपिल देव पाण्डेय, थाना प्रभारी पुरानी भिलाई महेश ध्रुव, थाना प्रभारी खुर्सीपार अम्बर सिंह भारद्वाज, एसीसीयू प्रभारी तापेश्वर सिंह नेताम, उप निरीक्षक वरूण देवता व रक्षा टीम के बल बल व्दारा दबिश दी गई।

लॉज में रूके व्यक्तियों की जांच करने पर पाया गया मैनेजर व्दारा बाहरी लोगों को लॉज में ठहराया गया। इसकी सूचना थाना छावनी में नहीं दी गयी और न ही बाहरी व्यक्ति जो लॉज में रूके हुए थे, उनके व्दारा भी थाना में अपनी मुसाफिरी दर्ज कराना नहीं पाया गया। रजिस्टर चेक किया गया तो रूके हुए लोगों की तस्दीकी के लिए कोई भी पुख्ता जानकारी रजिस्टर में दर्ज नहीं हुई। लॉज से 29 संदिग्ध पाए गए जिनमें पुणे महाराष्ट्र का 01, दरभंगा (बिहार) के 06, सिरसा कछार-1, मानुपुरोवा-1, इलाहाबाद-6, बदुपुर-1, गोपालगंज-1 तारा धुरपुर-1 सुल्तानपुर-3, गंज शादीपुर-1 (उत्तर प्रदेश), मेदीनापुर-1, बादकुल्ला नोडिया-1, छोटा फुलगाछी वर्धमान-1, नोडिया पलासीपारा से-1 (पश्चिम बंगाल) एवं बोकारो-3 (झारखण्ड) लॉज में पाए गए। धारा 128 बीएनएसएस के तहत प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की गयी है। केसरी लॉज के मैनेजर संजीव गुप्ता एवं अपना केसरी लॉज के मैनेजर हर्षदीप सिंह के विरूद्ध धारा 170 बीएनएसएस के तहत प्रतिबंधात्मक कार्रवाई कर जेल दाखिल किया गया है। लॉज में संदिग्ध गतिविधियां संचालित करने के संबंध में थाना प्रभारी, छावनी व्दारा अनुविभागीय दण्डाधिकारी को अपना केसरी लॉज एवं केसरी लॉज को सील किए जाने हेतु प्रतिवेदन भेजा जा रहा है।