कांग्रेस के सभी विधायक निलंबित: सदन से बाहर किए गए जाने के बाद गांधी प्रतिमा के सामने दिया धरना
रायपुर। विधानसभा के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन कांग्रेस विधायकों ने कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर सदन में हंगामा खड़ा कर दिया। स्थगन प्रस्ताव अस्वीकार किए जाने से नाराज कांग्रेसी विधायक गर्भगृह में पहुंच गए। इसकी वजह से सभी विधायकों को सदन की कार्यवाही से निलंबित कर दिया गया। सदन से बाहर निकले कांग्रेसी विधायक गांधी प्रतिमा के सामने धरने पर बैठ गए।
यह मामला शून्यकाल के दौरान का है। प्रश्नकाल खत्म होते ही कांग्रेस विधायकों ने प्रदेश की कानून- व्यवस्था का मुद्दा उठाया। उन्होंने इस संबंध में दिए गए स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा कराने की मांग की। इस दौरान सारंगढ़ की कांग्रेस विधायक के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने का मामला भी उठा। उमेश पटेल ने कहा कि लगातार हमारे विधायकों के खिलाफ एफआईआर किया जा रहा है। सारंगढ़ विधायक पर एफआईआर दर्ज की गई। इससे 10 दिन पहले उनके पति के खिलाफ एफआईआर किया गया। कांग्रेस के विधायकों विशेषतौर पर सतनामी विधायकों के खिलाफ, एफआईआर क्यों कर रही है। अपराधियों के खिलाफ ये एफआईआर नहीं करते हैं।
विपक्ष ने बीजेपी के मन में सतनामी समाज के प्रति द्वेष भावना का आरोप लगाया। इस दौरान विपक्षी विधायक लगातार जय भीम, जय सतनाम के नारे लगाते रहे। विपक्ष के सदस्य कानून व्यवस्था को लचर बताया। इस दौरान संसद की घटना का भी जिक्र हुआ। कांग्रेसी विधयकों ने कहा कि संसद में अपने नेता के साथ हुई धक्का-मुक्की की जिक्र किया। इस दौरान सत्ता पक्ष के विधायक भी अपने- अपने स्थान पर खड़े होकर विरोध करने लगे। कांग्रेसी विधायक नारेबाजी करते हुए गर्भगृह में पहुंच गए।