जापान की सुप्रीम बुलेट ट्रेन पर भूकंप का भी असर नहीं

टोक्यो । जापान में अब ऐसी बुलेट ट्रेन चलेगी जो न केवल तेज दौड़ेगी बल्कि भूकंप के दौरान भी यात्रियों की सुरक्षा का ध्यान रखेगी। इस ट्रेन का नाम है- एन700एस। इसके नाम में एस का मतलब है ‘सुप्रीम।Ó यह ट्रेन टोक्यो से ओसाका शहर के बीच चलेगी। यह दुनिया की सबसे तेज स्पीड वाली ट्रेनों में से एक है। यह 360 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार पकड़ सकती है। सेंट्रल जापान रेलवे ने 13 साल बाद तोकैदो शिंकनसेन लाइन पर नया बुलेट ट्रेन मॉडल पटरी पर उतारा है। इस ट्रेन को ओलिंपिक खेलों के दौरान चलाया जाना था लेकिन कोरोना महामारी के चलते गेम्स नहीं हो पाए। बुलेट ट्रेन का यह मॉडल पिछली बुलेट ट्रेनों से ज्यादा अलग नहीं दिखाई देता। हालांकि यह ट्रेन यात्रियों के लिए ज्यादा आरामदायक है। एक नए ऐक्टिव सस्पेंशन सिस्टम की वजह से दौड़ते समय यह ट्रेन ज्यादा वाइब्रेट नहीं करती।
ऑटोमैटिक कंट्रोल और ब्रेकिंग सिस्टम
ट्रेन में अपग्रेडेड ऑटोमैटिक कंट्रोल सिस्टम है। इसके ऑटोमैटिक ब्रेकिंग सिस्टम इमरजेंसी के समय ट्रेन को तेजी से रोकने का काम करते हैं। इस बुलेट ट्रेन की खास बात है कि इसमें लिथियम-आयन बैटरी सिस्टम है। इस सिस्टम की वजह से किसी भी प्राकृतिक आपदा के दौरान अगर ट्रेन के पॉवर सिस्टम में खराबी आती है तो यह इस बैटरी के सहारे दौड़ सकती है और यात्रियों को सुरक्षित स्थान पर ले जा सकती है। इस बुलेट ट्रेन की सीटों की बात करें तो इनका नया डिजाइन लंबी दूरी को यात्रियों के लिए ज्यादा आरामदायक है। इसके अंदर की लाइट्स माहौल को हल्का बना देती हैं। सीटों के ऊपर बने रैक की लाइट हर स्टॉप पर जलती है। ऐसा इसलिए ताकि कोई यात्री अपना सामान ट्रेन में ही न भूल जाए। ज्यादा सामान के लिए स्टोरेज एरिया इस मॉडल में जोड़ा गया है। हर कोच में दो की जगह छह सीसीटीवी कैमरा लगाए गए हैं।

रीसेंट पोस्ट्स