CG BREAKING NEWS: स्कूली बच्चों से भरी बस-ट्रक में भिड़ंत 2 की मौत, घायल 12 बच्चों का  इलाज जारी

कोंडागांव (चिन्तक)। जिले में नेशनल हाइवे 30 में आज भीषण सड़क हादसा हुआ है. जहां स्कूली बच्चों और शिक्षकों से भरी बस की ट्रक से जबरदस्त भिड़ंत हो गई. हादसा इतना भीषण था कि बस और ट्रक के आगे का हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. दुर्घटना में 2 लोगों की मौत हो गई. वहीं घायल बच्चों को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है, इनमें 4 की हालात नाजुक बताई जा रही है.

जानकारी के अनुसार, जिला मोहलामानपुर स्थित मिडिल स्कूल केवंट टोला के सभी शिक्षक और बच्चे बस से तीर्थगढ़, चित्रकूट दंतेवाड़ा बारसूर भ्रमण के लिए गए हुए थे. यहां से वापसी के दौरान बस और एक ट्रक की आमने-सामने से भिड़ंत हो गई. मौके पर चीख-पुकार मच गई. यह हादसा कोंडागांव सिटी कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत ग्राम चिकलपुटी नया बस स्टैंड के सामने हुआ है.

दोनों वाहन के आगे का हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया. हादसे में बस चालाक और एक शिक्षक की मौत हो गई. वहीं 12 बच्चों को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है. दरअसल, अंबागढ़ चौकी जिले के केवटटोला मिडील स्कूल के छात्र-छात्रा शनिवार को बस्तर भ्रमण पर निकले थे। भ्रमण से वापसी के दौरान कांकेर रोडवेज की बस कोंडागांव में बीती रात 1 बजे के लगभग भीषण सड़क हादसे का शिकार हो गया।

हादसे में बस ड्राइवर और प्राथमिक शाला में पदस्थ शिक्षा की घटना स्थल पर ही मौत हो गई है। माध्यमिक शाला केवटटोला विकासखंड मोहला के कक्षा 6वीं से 8वीं के 48 और हाई स्कूल के 2 बच्चों को लेकर शनिवार को बिना किसी प्रशासनिक परमिशन के शिक्षकगण दंतेवाड़ा भ्रमण में गए हुए थे। जिसमें 4 पूर्व माध्यमिक शाला के शिक्षक, 1 प्राथमिक शाला शिक्षक, 1 रसोईया और 2 पालक साथ थे।
रविवार रात लगभग 1 बजे के बीच कांकेर रोडवेज की बस और ट्रक की जोरदार भिडंत हो गई। इस हादसे में प्राथमिक शाला केवटटोला के शिक्षक रामकुमार भुआर्य और ड्राइवर दिलीप ठाकुर निवासी चारामा की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। हादसे में 12 छात्र-छात्राएं गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। जिन्हें रायपुर रिफर किया जा रहा है। इसके अलावा अन्य बच्चे और शिक्षकों को कोंडागांव जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मामले की पूरी जानकारी बच्चों के परिजनों और अधिकारियों को दे दी गई है। दंतेवाड़ा गए बच्चों में केवटटोला, तेलीटोला और डूंडेरा के विद्यार्थी हैं। जिन्हें उनके पलकों की सहमति से भ्रमण पर लेकर गए हुए थे। लेकिन विभागीय अधिकारियों से प्रशासनिक अनुमति नहीं ली गई थी। इसके अलावा उन्हें किसी भी प्रकार की सूचना भी नहीं दी गई थी।बस्तर के कोंडागांव में बच्चों से भरी बस हादसे का शिकार होने के बाद सुबह से कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारी को फोन लगाया जा रहा है। लेकिन इतने बड़े हादसे हो जाने के बाद भी कोई फ़ोन रिसीव करने को तैयार नहीं है। वहीं मोहला- मानपुर विधायक इंद्र शाह मंडावी ने कहा कि, हादसे में जिला शिक्षा अधिकारी का शासकीय स्कूलों प्रति किसी तरह का नियंत्रण नहीं है जिन पर कार्रवाई तय होनी चाहिए। कक्षा छठवीं आदित्य, यामिनी, धनंजय, खेमलता, भूमिका, साक्षी, गिरजा, दीपांजलि, चंद्रप्रकाश, लोकिता कक्षा सातवीं किशोर, गीतांजली,डिकेश, खुशी, उर्मिला, ज्ञानेश्वरी, हेमंत, जागुन, नैतिक, दिव्यांश, भारसिंग, साधना, योगिता, अनुराधा, वेद कुमार, युगल किशोर, निकिता, त्रिवेणी, वेमन, ट्विंकल, उमेश्वरी, कक्षा आठवीं चंद्रमुखी, किरण, पायल, खुशबू, वैशाली, पल्लवी, कुमकुम, विनीता, संध्या, हिमेश कुमार, चंदन, सुलेद्र, रितेश, डिकेश, यमन, कल्पना, डुलेश्वरी बच्चे शामिल है।

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