CG Budget Session: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को दी गई श्रद्धांजलि, सीएम साय बोले पूर्व पीएम से बहुत कुछ सीखा


रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र शुरू हो गया है। बजटसत्र के दूसरे दिन विधानसभा की कार्रवाई शुरू होने से पहले पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दी गई। सदन में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के निधन पर शोक जताया गया। स्पीकर रमन सिंह बोले- उनकी भरपाई नहीं हो सकती। इस दौरान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि वहीं सीएम साय ने कहा कि देश ने हीरा खो दिया है। पूर्व पीएम से मैने बहुत कुछ सीखा है।
देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी को श्रद्धांजलि देते हुए सीएम साय ने कहा कि मेरा सौभाग्य था कि सांसद रहते हुए मैंने डॉ. मनमोहन सिंह जी से बहुत कुछ सीखा। राज्यसभा में उनके कार्यकाल की समाप्ति पर माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने उनके लिए जो बातें कही, वो आज भी स्मरणीय है। डॉ. सिंह ने व्हील चेयर में बैठकर भी एक बिल पर मतदान किया था, यह इसका उदाहरण है कि एक सांसद अपने दायित्वों के प्रति कितना सजग है, वे लोकतंत्र को ताकत देने सदन में पहुंचे थे।
सीएम साय ने कहा असाधारण विद्वान, सरल और सहज डॉ. मनमोहन सिंह जी ने सार्वजनिक जीवन में कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाई। रिजर्व बैंक में गवर्नर, केंद्र सरकार में वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री के पद को उन्होंने सुशोभित किया। हमारे प्रदेश की बहुत सुंदर स्मृतियां डॉ. मनमोहन सिंह जी के साथ जुड़ी हैं। उनका जीवन हम सभी के लिए सदैव प्रेरक रहेगा। डॉ. मनमोहन सिंह जी को पुनः विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ, उनके शोकाकुल परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूँ। पूर्व सीएम भूपेश बघेल बोले- मनमोहन सिंह 10 साल प्रधानमंत्री रहे। इस दौरान उन्होंने समर्थन मूल्य 450 से 900 रु. प्रति क्विंटल धान खरीदी की शुरुआत की। इससे किसानों की स्थिति में सुधार हुआ। उन्होंने मनरेगा की भी शुरुआत की। इसके बाद सदन में 2 मिनट के मौन के बाद कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्थगित की गई। इसके बाद दोबारा कार्रवाई शुरू की गई। इसके बाद प्रश्नकाल में विधायकों के सवाल सदन में गूंजे।