पुरुषों के खिलाफ महिलाओं द्वारा कानून के दुरुपयोग को लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर में होगा सत्याग्रह

भिलाई। पुरुषों के खिलाफ महिलाओं द्वारा कानून के दुरुपयोग तथा इस वजह से बढ़ रही आत्महत्याओं के खिलाफ नईदिल्ली के जंतर मंतर में सत्याग्रह होगा। 40 से अधिक एनजीओ के समूह सेव इंडियन फैमिली मूवमेंट द्वारा 19 अप्रैल, 2025 को दिल्ली के जंतर मंतर पर “सत्याग्रह फॉर मेन” का आयोजन किया जा रहा है। इस संबंध में सोमवार को प्रेसवार्ता के जरिए मेन्स राईट्स एसोसिएशन, छत्तीसगढ़ के सदस्यों ने जानकारी दी। हम इस प्रेसवार्ता के जरिए लोगों से आग्रह करते हैं कि, वे जंतर मंतर, दिल्ली पर बड़ी संख्या में एकत्र होकर लिंग समानता (जेंडर न्यूट्रल) की भावना को समर्थन दें।
मेन्स राईट्स एसोसिएशन, छत्तीसगढ़ पुरुष अधिकारों के लिए, महिलाओं के लिए बने कानूनों के दुरुपयोग के विरुद्ध तथा पुरुष आयोग की मांग एवं पुरुषों के स्वास्थ्य व पुरुषों के बढ़ते आत्महत्या दर जैसे गंभीर विषय, कानून के दुरुपयोग को आवश्यक रूप से दंडनीय बनाने एवं लैंगिक भेदभाव वाले कानून में संसोशन करके जेंडर न्यूट्रल बनाये जाने की कार्य योजना पर निरंतर कार्य करती रही है। कानून के दुरूपयोग के कारण अतुल सुभाष, पुनीत खुराना और मानव शर्मा एवं अन्य की आत्महत्याओं के हालिया मामलों ने देश को हिला दिया है। इन दुखद घटनाओं ने वैवाहिक अशांति और भारत में बने लैंगिक पक्षपाती कानूनों के दुरुपयोग के बढ़ते मुद्दे को उजागर किया है।
मेन्स राईट्स एसोसिएशन के सदस्यों ने प्रेसवार्ता में बताया कि ऐसे ही वैवाहिक सम्बन्धों में पतियों की जिस तरह से वीभत्स एवं निर्मम हत्या दिन प्रतिदिन सुनने में आ रही है, यह भी अत्यंत चिंतनीय विषय है। मेरठ में सौरभ के नृशंस हत्या का मामला, जिसमें उसकी पत्नी मुस्कान रस्तोगी ने सौरभ के शरीर को टुकड़े टुकड़े कर उसे ड्रम में डालकर उस पर सीमेंट भर दिया था, औरैया में पत्नी प्रगति यादव द्वारा शादी के मात्र 14 दिन में ही पति की हत्या सुपारी देकर करवायी, रेलवे की सरकारी नौकरी प्राप्त करने के लिए पत्नी शिवानी द्वारा पति दीपक की हत्या करना और अभी छत्तीसगढ़ के सरजुगा में अपने बेटी के ही सामने मेहरून निशा ने अपने पति मोहम्मद उम्मत की हत्या कर दी। ऐसे मामले आये दिन आ रहें है एवं उसके रोकथाम के लिए सरकारों द्वारा कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है।
मेन्स राईट्स एसोसिएशन करा कहना है कि कानूनों का दुरुपयोग, विशेष रूप से दहेज, छेड़छाड़ एवं बलात्कार जैसे झूठे प्रकरण महत्वपूर्ण चिंता के विषय बन गयें है। बदला लेने या जबरन वसूली के साधन के रूप में अक्सर झूठे मामले दर्ज किए जाते हैं, जिससे पुरुष असहाय महसूस करते हैं और उनके पास कोई सुरक्षा नहीं होती। भारत में पुरुष आत्महत्याओं की बढ़ती संख्या चौंकाने वाली है, जिसमें पारिवारिक और घरेलू समस्याएं प्रमुख कारण हैं। हर 4.5 मिनट में, देश में एक पुरुष आत्महत्या कर लेता है ।मेन्स राईट्स एसोसिएशन करा कहना है कि शारीरिक एवं मानिसक प्रताड़ना पुरुषों के साथ भी होता है लेकिन उसके लिए कोई कानून का न होना, पुरुषों के सुनवाई के लिए किसी आयोग एवं मंत्रालय का न होना, पुरुषों के प्रति गंभीर असंवेदनशीलता को दर्शाता है।
इन गंभीर मुद्दों को लेकर सत्याग्रह किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य जागरूकता बढ़ाना, लिंग-पक्षपाती कानूनों को जेंडर न्यूट्रल बनाना, लिंग-पक्षपाती कानूनों के दुरुपयोग के लिए सख्त दंड और पुरुषों के मुद्दों को संबोधित करने के लिए राज्य एवं केन्द्र में पुरुष आयोग एवं मंत्रालय की स्थापना के लिए जोर देना है। सेव इंडियन फैमिली द्वारा संचालित राष्ट्रीय पुरुष हेल्पलाइन नंबर 888-2-498-498 के जरिए कई पुरुषों एवं उनके परिजनों को पिछले 10 वर्ष से बचाए जाने का कार्य किया जा रहा है तथा साप्ताहिक मीटिंग के जरिए उन्हें कानूनी सलाह एवं प्रेरणा दिया जाता है।