दो स्टेशन मास्टर निलंबित, यात्रियों को लेकर निकली ट्रेन स्टेशन की बजाय पहुंच गई कोल साइडिंग


कोरबा। रेलवे स्टेशन कोरबा से यात्रियों को लेकर गेवरारोड के लिए रवाना हुई पैसेंजर गाड़ी कोल साइडिंग में पहुंच गई। यह देखकर थोड़ी देर के लिए यात्री घबरा गए। घटना के लिए स्टेशन मास्टर की लापरवाही को जिमेदार माना जा रहा है जिसने यात्री गाड़ी को स्टेशन पर बुलाने के बजाय सिग्नल देकर कुसमुंडा कोल साइडिंग की ओर भेज दिया। मामले में कोरबा और कुसमुंडा के स्टेशन मास्टरों को निलंबित कर दिया गया है।
बिलासपुर-गेवरारोड मेमू लोकल गेवरारोड रेलवे स्टेशन के बजाए कोयला लोडिंग प्वाइंट (साइडिंग) की तरफ दौड़ गई। लोको पायलट को जब इसका पता चला तब उसने गाड़ी की रतार को कम किया और सूचना गेवरारोड स्टेशन मास्टर को दिया। सूचना मिलते ही स्टेशन मास्टर हरकत में आया और उसे अपनी लापरवाही का एहसास हुआ। उसने मेमू को पीछे करवाया, फिर गेवरा रोड स्टेशन पर सिग्नल देकर बुलाया।
बताया जा रहा है कि शनिवार को दोपहर 12 बजे गेवरारोड पहुंचने वाली बिलासपुर-गेवरारोड मेमू लोकल कोरबा रेलवे स्टेशन दोपहर सवा 12 बजे पहुंची। इसका कोरबा पहुंचने का निर्धारित समय सुबह 11.30 बजे है। लगभग 12.25 बजे के बाद गेवरारोड के लिए कोरबा रेलवे स्टेशन से रवाना हुई। लेकिन यह गाड़ी गेवरारोड स्टेशन के बजाए गलत रेल लाइन पर चल पड़ी। लोको पायलट को मेमू लोकल के गलत लाइन पर जाने का पता चलने पर गाड़ी को रोक दिया। तब तक मेमू लोकल न्यू कुसमुंडा से लगे कमका कोल साइडिंग के पास पहुंच गई थी। साइडिंग की ओर मेमू लोकल को बढ़ता देखकर मौजूद कर्मचारी और रेलवे प्रबंधन में हड़कंप मच गया। इसकी जानकारी रेलवे के उच्च अधिकारियों को दी गई। गाड़ी को कोल साइडिंग से पीछे किया गया फिर इसे गेवरारोड स्टेशन के लिए रवाना किया गया। गाड़ी अपने निर्धारित समय से लगभग एक घंटे विलंब से गेवरारोड रेलवे स्टेशन पहुंची। इस दौरान यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। रेलवे ने इस घटना के बाद गेवरारोड के स्टेशन मास्टर को हटा दिया है।
कोरबा से गेवरारोड रेलवे स्टेशन के मध्य न्यू कुसमुंडा साइडिंग है। न्यू कुसमुंडा साइडिंग को ही कमका साइडिंग के नाम से जाना जाता है। यहां लगभग 11 रेल लाइन है, जहां साइलाें के माध्यम से मालगाड़ियों में कोयला लदान किया जाता है। मेमू लोकल इसी साइडिंग की ओर बढ़ गई थी।
मेमू लोकल के कोल साइडिंग में पहुंचने की जानकारी मिलने के बाद दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। अफसरों ने कारण जानने के बाद स्टेशन मास्टर पर कार्रवाई की। कोरबा और कुसमुंडा के स्टेशन मास्टरों को निलंबित कर दिया गया है। निलंबित कुसमुंडा के स्टेशन मास्टर का नाम जितेश दास और कोरबा के स्टेशन मास्टर का नाम कोई जायसवाल बताया जा रहा है।