स्पीड रडार से चलानी कार्रवाई में आई तेजी, 80 लाख का चालान


बिलासपुर। तेज रफ्तार और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी करने वाले वाहन चालकों पर अब इंटरसेप्टर वाहन की नजर है। पुलिस मुख्यालय से जिले को मिले इस आधुनिक वाहन की मदद से हाईवे सहित अन्य सड़कों पर गाडिय़ों की स्पीड पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। इसमें लगे स्पीड रडार और कैमरे से तय सीमा से अधिक गति पकड़ में आते ही चालान बनाकर 1000 रुपये जुर्माना वसूला जा रहा है।
इंटरसेप्टर कहीं भी, कभी भी सड़क पर खड़ा होकर कार्रवाई कर सकता है। इसके जरिए तेज रफ्तार, शराब पीकर वाहन चलाना, अधिक तीव्रता की लाइट, प्रेशर हॉर्न, मोडिफाइड साइलेंसर और काले शीशों वाले वाहनों पर भी सख्त कार्रवाई हो रही है। शराब की जांच के लिए इसमें इनबिल्ट ब्रीथ एनालाइजर है, जिससे पकड़े गए वाहन चालकों के खिलाफ धारा 185 के तहत न्यायालय में प्रकरण भेजा जा रहा है और 10 से 20 हजार रुपये तक जुर्माना हो रहा है।
इसी तरह अवैध लाइट, हॉर्न व काले शीशे पर भी एमवी एक्ट के तहत कार्रवाई कर 2000 तक का जुर्माना वसूला जा रहा है। जुलाई 2024 से अब तक 10 हजार से ज्यादा मामलों में कार्रवाई कर 80 लाख रुपये से अधिक का समन शुल्क वसूला गया है। कई मामलों में न्यायालय से भी बड़ी रकम का जुर्माना लगाया गया है।