अपने सांवला रंग को लेकर बिपाशा ने दिए बयान

मुंबई । बॉलिवुड ऐक्ट्रेस बिपाशा बसु ने अपने रंग को लेकर बयान दिया है। उन्‍होंने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री में काम के दौरान उन्होंने अलग-अलग तरह के कई स्टेरियोटाइप चीजों को तोड़ा और आगे बढ़ीं, इन्हीं रूढ़िवादी बातों में एक उनका सांवला रंग भी है। बिपाशा ने कहा कि ‘मेरा सांवला रंग कभी भी मेरी कमी नहीं है, बल्कि मेरा स्किन कलर मेरी ताकत है। जब भी मैं विदेश यात्रा के लिए जाती हूं, तो वहां लोग सोचते हैं कि मैं कोई प्रिंसेस हूं। विदेश में लोगों को लगता है कि मेरा रंग बहुत ही अनोखा और आकर्षक लगता हैं। स्किन कलर की वजह से मुझे एडमायर करने वालों की लिस्ट बड़ी लंबी है, इसलिए यह डस्की कलर मेरा स्ट्रेंथ है। मेरी फिल्म जिस्म के बाद बॉलिवुड में कई गोरी ऐक्ट्रेसेस ब्राउन मेकअप का इस्तेमाल कर खुद को डस्की लुक देने लग गई थीं, यह एक ट्रेंड बन गया था। मैंने फिल्म इंडस्ट्री में काम करने के दौरान कई तरह की घिसी-पिटी और रूढ़िवादी सोच को बदला है। जब हमारे देश की 90% जनता डस्की है, ऐसे में पता नहीं क्यों मुझे डस्की कहा गया। शायद इसलिए क्योंकि हमारे देश में हिरोइन की परिभाषा ही ऐसी है, जिसमें उसे गोरी, कम हाइट वाली और परफेक्ट शेप में होनी चाहिए। मैं एक ऐक्ट्रेस के तौर पर डस्की और हाइटड थी, बिल्कुल उल्टा थी।’
उन्‍होंने आगे कहा कि आज भी लोग मेरी स्किन की तारीफ करते नहीं थकते हैं। हमारे देश में यह जो रूढ़िवादी सोच है कि शादी के वक्त गोरी लड़की चाहिए, इस सोच को तोड़ना बहुत ज्यादा जरूरी है। बता दें, बिपाशा बसु और करीना कपूर खान साल 2001 में फिल्म ‘अजनबी’ की शूटिंग कर रहीं थीं, तब कॉस्ट्यूम को लेकर दोनों के बीच झगड़ा इतना बढ़ गया था और करीना ने बिपाशा को काली बिल्ली कहकर तमाचा तक मार दिया। करीना द्वारा बिपाशा पर किए गए उस रंगभेद कॉमेंट पर खूब सुर्खियां भी बनी थीं। वहीं, वर्कफ्रंट पर बिपाशा शादी के बाद अब लगभग 5 साल बाद वापसी की है। पिछले महीने वह वेब सीरीज ‘डेंजरस’ में अपने हज्बंड कारन सिंह ग्रोवर के साथ नजर आईं।