पुलिस का एक और कीर्तिमान, रिकॉर्ड संख्या में भरे गए संकल्प पत्र उम्मीद से बेहतर रहा अभियान

बिलासपुर। नए दौर के अपराध साइबर क्राइम के प्रति आम लोगों को जागरूक करने के बिलासपुर पुलिस के अभियान साइबर मितान का समापन मंगलवार को हो गया। लोगों को इस दिशा में जागरूक करने के साथ 12 बिंदुओं पर आम लोगों से संकल्प पत्र संग्रहण किया गया। बिलासपुर पुलिस ने इसके लिए 50,000 संकल्प पत्र का लक्ष्य तय किया था लेकिन वह लक्ष्य से मिलो आगे निकल गई। आईजी दीपांशु काबरा और पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल के इस मुहिम को साइबर एक्सपर्ट कलीम खान के साथ सीएसपी निमेष बरैया, सभी थानों के प्रमुख पुलिस कर्मचारियों और वोलेंटियर्स के रूप में साइबर लीडर, साइबर मितान और सायबर रक्षको की टीम ने सफल बनाया। सभी वार्डों के जनप्रतिनिधियों को भी अभियान के साथ जोड़ा गया था ताकि अधिक से अधिक लोगों तक संदेश पहुंचाया जा सके। अभियान को ऊंचाई प्रदान करने फिल्म और टीवी अभिनेताओ को भी उसके साथ जोड़ा गया। शब्बीर अली, आफताब शिवदसानी और देसी भाऊ ने साइबर मितान अभियान का प्रचार किया।
असली काम तो वार्डों में हुआ, जहां साइबर रक्षक टीम घर घर पहुंची और इस जमाने में होने वाले साइबर ठगी के मोडस ऑपरेंडी के संबंध में बारीकी से जानकारी दी गयी। आमतौर पर ठग जिन पैंतरों का इस्तेमाल करते हैं उनका जिक्र करते हुए 12 बिंदुओं का संकल्प पत्र तैयार किया गया। अंतिम दिन मंगलवार को अधिक से अधिक संकल्प पत्र भरवाने की कोशिश की गई । एक तरफ जहां ऑनलाइन फॉर्म भरवाने पर जोर रहा तो वही सड़क पर पुलिस कर्मचारियों के साथ साइबर रक्षक, पूर्व एसपीओ, वार्ड प्रतिनिधि जनप्रतिनिधि के माध्यम से आम आदमी को अभियान से जोड़ा गया । जिसमें हजारों की संख्या में शामिल किए गए वॉलिंटियर बेहद कारगर साबित हुए । जिनके द्वारा ही अधिक से अधिक संख्या में अभियान से लोगों को जोड़ा जा सका। संकल्प पत्र में बताया गया कि किस तरह अनजान फोन नंबर पर बैंक खाता संबंधी जानकारी ,ओटीपी आदि शेयर ना करें, क्रेडिट और डेबिट कार्ड की जानकारी भी किसी को नहीं बताने ,एटीएम का इस्तेमाल व्यक्तिगत तौर पर करने, एटीएम पिन किसी से साझा ना करने, किसी तरह के लॉटरी इनाम, कैशबैक लोन बीमा पेंशन के झांसे में नहीं आने, मैसेंजर पर रुपए की मांग करने पर उन पर भरोसा नहीं करने, ई वॉलेट संबंधी जानकारी गोपनीय रखने, सोशल आईडी आदि के पासवर्ड किसी से साझा नहीं करने , ओएलएक्स ,क्वीकर जैसे ऑनलाइन शॉपिंग के दौरान पर्याप्त सावधानी बरतने, किसी भी अनजाने लिंक पर क्लिक न करने, क्यूआर कोड को स्कैन नहीं करने, ऑनलाइन डेटिंग एप का उपयोग नहीं करने, नौकरी या अन्य झांसे में आकर किसी के खाते में रकम नहीं ट्रांसफर करने जैसी जानकारी लोगों को दी गई ।इसका असर भी होने लगा है। एक दिन पहले ही तोरवा क्षेत्र में 25 लाख की लॉटरी का झांसा देकर साइबर मितान को ठगने का प्रयास किया गया था लेकिन नई जानकारियों की बदौलत उन्होंने जागरूकता का परिचय दिया और वे ठगे जाने से बच गए। उम्मीद की जा रही है कि अब ऐसी ही जागरूक लोगो की कहानियां हम बार-बार सुन पाएंगे। हालांकि इतने भर से निश्चिंत हो जाना भी ठीक नहीं क्योंकि साइबर ठग हर दिन और हाईटेक होकर पलटवार करते हैं। लोगों को ठगने के लिए नए-नए पैंतरे आजमाने वाले साइबर ठगों को उन्हीं की भाषा में जवाब देने के लिए ऐसे अभियान की निरंतरता आवश्यक है। चूंकि यह एक अभियान था इसलिए इसे एक दिन खत्म होना ही था। लेकिन अभियान की समाप्ति के साथ ही सायबर रक्षक टीम की जिम्मेदारी और बढ़ गई है , जिन्हें आम लोगों को सोशल मीडिया के माध्यम से लगातार इस संबंध में जागरूक करते रहना होगा। साइबर मितान अभियान के तहत बिलासपुर पुलिस ने फिर से एक कीर्तिमान गढ़ा है । बिलासपुर वासियों ने रिकॉर्ड संख्या में अभियान का संकल्प पत्र भरा है । ऑनलाइन और ऑफलाइन भरे गए संकल्प पत्रों की गिनती जारी है ।अनुमान है कि बिलासपुर पुलिस के इस महत्वाकांक्षी अभियान को आम लोगों ने भी हाथों हाथ लिया है। ऐसा हो भी क्यो न, भला कौन चाहेगा कि उनके जीवन भर की कमाई बिहार और झारखंड में बैठा कोई ठग पल में ले उड़े। बिलासपुर पुलिस ने एक तरफ लोगों को जागरूक कर बेहतर कदम उठाया है अब दूसरे कदम के रूप में उसे हर बार ऐसे मामलों को गंभीरता से पंजीबद्ध करते हुए उनके निराकरण की दिशा में गंभीरता बरतने की भी जरूरत है ताकि सायबर अपराधी हतोत्साहित हो सके।