राष्ट्रीय पर्व उत्सव समिति दुर्ग ने मनाया दशहरा पर्व
दुर्ग। कोरोना की दहशत रावण दहन पर भारी पड़ गई। अनुशासन के खौफ ने उत्साह को फीका कर दिया है। राजनीकि हलचल भी नहीं देखी गई। कई स्थानों पर रावण दहन ही नहीं किया गया। प्रशासन की गाइड लाइन के अनुसार रावण का कद भी घट कर छोटा कर दिया गया। बीते साल तक 20 से 50 फीट तक राव बनाया जाता था। इस साल महज 10 फीट तक ही रावण का पुतला बना। जिसे सिर्फ समिति के सीमित लोगों की मौजूदगी में दहन किया गया। रावण दहन के बहाने शक्ति प्रदर्शन भी खूब देखा गया। पंडित रविशंकर शुक्ल स्टेडियम में कई सालों से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा मुख्य अतिथि होते थे। इस साल दुर्ग में भी उत्साह ठंडा रहा है। शहर में राष्ट्रीय पर्व समिति द्वारा आयोजित दशहर उत्सव में शहरी क्षेत्र के साथ ही आसपास के कस्पाई इलाकों से भी लोग बड़ी संख्या में शामिल होते है, लेकिन कोरोना व प्रशासन की गाइडलाइन की वजह से कार्यक्रम फीका रहा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महापौर धीरज बाकवीवाल थे। इस अवसर पर शंकरलाल ताम्रकार, डा. सतीशचंद्र मिश्रा, आरएन वर्मा, भंवरलाल जैन, राधेश्याम शर्मा, नंदू महोबिया, अनिल ताम्रकार, सुमित वोरा, मनोज ताम्रकार, अलताफ अहमद, चंद्रदीप ताम्रकार, राजेश तंबोली, भोला महोबिया, लक्ष्मीकांत कसार, कैलाश पंडा मौजूद थे। समिति के पदाधिकारियों में रावण निर्माता आनंद तंबोली, राष्ट्रीय बैंडपार्टी अमर केमे, स्वरसंगम लाइट महेश ठाकुर, छत्रपाल सिंह चंदेल, सौरभ ताम्रकार, प्रज्वल ताम्रकार, दिवाकर ताम्रकार, मानस ताम्रकार, जीवनलाल ताम्रकार को सम्मानित किया गया है।
दुर्ग के सबसे पाश कालोनी पदमनाभपुर में भी कार्यक्रम फीका रहा। विजयदशमी पर यहां का मिनी स्टेडियम खचाखच भरा रहता था। इस बार यहां प्रतिकात्मक रावण का दहन किया गया। जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी भी नाममात्र की ही रही।
इस तरह विजयदशमी पर जिस तरह से रविशंकर स्टेडियम कांग्रेस का शक्ति प्रदर्शन का केंद्र रहता है उसी तरह से बैगापारा का मिनी स्टेडियम भाजपा के लिए केंद्र बिंदु रहता है। यहां सालों से हो रहे विजयदशमी कार्यक्रम में भाजपा की राष्ट्रीय नेत्री सरोज पांडेय, पूर्व महापौर चंद्रिका चंद्राकर, वरिष्ठ भाजपा नेता प्रीतपाल बेलचंदन दिग्गज भाजपाई शामिल होते रहे हैं। इस बार यहां कोरोना की वजह से किसी भी तरह का आयोजन नहीं किया गया।