प्याज के बाद अब आलू के दाम में जबरदस्त बढ़ोतरी, थोक में 35 तो चिल्हर में 45 से 50 रु किलो
दुर्ग! जिले के मार्किट में आलू की कीमत 45 से 50 रुपये प्रति किलो बिक रही है जबकि कोल्ड स्टोरेज में आलू भरा पड़ा है .बावजूद आलू का मूल्य कम होने के बजाय कीमत और बढ़ रहा है .व्यापारी जनता को खुले आम लूट रहे है , और सरकार मूक बघिर होकर तमाशा देख रही है .बाजार में अगर किसी चीज की किल्लत हो तो मूल्य बढ़ना स्वाभाविक है लेकिन स्टॉक भरपूर रहने के बावजूद कीमत बढे तो यह समझ के बाहर है . शासन प्रशासन आलू की कीमत पर नियंत्रण करने असफल है , ऐसी ही और भी खाने पिने की सामग्री का कीमत भी आसमान छू रहे है .मुख्य वजह में से एक आलू और प्याज आवश्यक वस्तु संशोधन अधिनियम को बाहर करना माना जा रहा है . इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है . इस समय देश में आलू की कोई कमी नहीं है!
केंद्र सरकार ने आलू और प्याज को आवश्यक वस्तुओ की सूची से हटा दिया है . इसी वजह से इन वस्तुओ की जमाखोरी पर सरकार का नियंत्रण नहीं रहा है .पिछले दिनों जब प्याज ने १०० रुपये किलो का आंकड़ा पार किया तो केंद्र सरकार ने इसकी स्टॉक पर लिमिट लगाईं .उसके बाद इसकी कीमत अपने आप नीचे आ गई . इसी तरह आलू पर भी सरकार को कड़ा कदम उठाना होगा .नहीं तो दलाल इसी तरह खेल करते रहेंगे . सूत्रों के मुताबिक देश में इस बार आलू का रिकार्ड उत्पादन हुआ है .केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने ग्लोबल पोटेटो कॉन्क्लेव में बताया था .