साइबर धोखाधड़ी: एप इंस्टॉल करते ही जज की पत्नी के खाते से उड़े 24 हजार रूपए

रायपुर। प्रधानमंत्री मातृत्व योजना के तहत पैसा देने के का झांसा देकर एक जज की पत्नी से ऑनलाइन ठगी हो गई। उनका फोन हैक कर खाते से 3 किश्त में 24 हजार रुपए निकाल लिए गए। जबकि उन्होंने अपनी निजी जानकारी किसी से शेयर नहीं की थी। सिर्फ एक एप डाउनलोड कर उसे देखा। उतने में ही उनके खाते से पैसा पार हो गया। कोतवाली पुलिस ने बताया के पुलिस लाइन में रहने वाली रिंकल लालवानी क्षत्री के पति राहुल क्षत्री एमपी विदिशा में न्यायिक मजिस्ट्रेट हैं। उनके पास सोमवार को एक कॉल आया। कॉल करने वाले बताया कि विदिशा की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से उनका नंबर मिला। उनके खाते में प्रधानमंत्री मातृत्व योजना के तहत 5000 रुपए जमा कराना है। उसी के सत्यापन के लिए उसने कॉल किया है। ठग ने कहा कि उन्हें क्विक सपोर्ट एप डाउनलोड करने को कहा। वे झांसे में आ गई और एप डाउनलोड कर दिया। ठग के बताए अनुसार उन्होंने प्रोसेस किया। उसके बाद तीन किश्त में उनके खाते से 24 हजार रुपए निकल गए। ट्रांजेक्शन का रिंकल के मोबाइल पर मैसेज आया। वे मैसेज देखकर हड़बड़ा गईं। उन्होंने अपने पति को इसकी जानकारी दी। उसके बाद कोतवाली थाने में रिपोर्ट लिखाई। रिंकल ने अपना खाता ब्लॉक करा लिया है। उन्होंने बैंक से भी ट्रांजेक्शन की जानकारी मांगी है। सायबर सेल की टीम इसकी जांच कर रही है। पुलिस के अनुसार क्विक सपोर्ट एप से उनका फोन हैक हो गया। उनके फोन पर जो मैसेज आया उससे ठग ने पैसों का ट्रांजेक्शन कर लिया। ऐसे एप डाउनलोड करने से बचें पुलिस ने लोगों से अपील की है कि क्विक सपोर्ट एप डाउनलोड करने से बचें। क्योंकि ठग इस एप के माध्यम से फोन को हैक कर रहे हैं। फोन में आए ओटीपी की जानकारी लेकर खाते में सेंध लगा रहे हैं। इस एप के माध्यम से कई लोगों से ठगी हो चुकी है। पुलिस के पास एक दर्जन से ज्यादा शिकायतें आई हैं।