खुदकुशी: डोमा के किसान ने लगाई फांसी, करीब 3 लाख का था कर्ज
दुर्ग-भिलाई: बोरी थाना अंतर्गत ग्राम डोमा निवासी किसान प्रेमलाल पिता धनीराम (35 वर्ष) ने गुरुवार की सुबह बबूल के पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। किसान ने आत्महत्या किन कारणों से की, इसका खुलासा नहीं हो पाया है। लेकिन किसान पर करीब 65 हजार रुपए बैंक का कर्ज था, जो उसने नया घर बनाने के लिए लिया था। इसके अलावा गांव के कुछ अन्य लोगों से भी करीब ढाई लाख रुपए का कर्ज ले रखा था। फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। बोरी पुलिस ने बताया कि मृतक किसान प्रेमलाल पिता धनीराम (35 वर्ष) है। प्रेमलाल सुबह घर से खेत जाने के लिए निकल गया था। सुबह करीब 6.30 बजे उसके शव को फंदा पर लटका देखकर ग्रामीणों ने परिजनों और पुलिस को सूचना दी। बैंक से घर और खाद बीज के लोन लिया था। प्रेमलाल के पिता ने बताया कि बेटा 6 साल से अपनी पत्नी रामेश्वरी और दोनों बेटियों के साथ अलग रह रहता था। 7 महीने पहले उसके घर में तीसरी बेटी का जन्म हुआ है। बेटे ने बैंक से घर बनाने के लिए 50 हजार और खाद के लिए करीब 15 हजार किसान क्रेडिट कार्ड से लोन लिया था। इसके साथ यह भी पता चला है की बेटे पर करीब 3 लाख का कर्जा था। संभवतः कर्जे से परेशान होकर बेटे ने खुदकुशी कर की है। बहु की हालत ठीक नहीं है, उससे पूछताछ के बाद बेटे के अन्य कर्जे का खुलासा हो पाएगा। इधर पुलिस अब तक मृतक किसान के परिजनों का बयान तक नहीं ले पाई है।
महिला वकील और युवक ने भी की खुदकुशी
स्मृति नगर पुलिस के मुताबिक गुरुवार रात करीब 9 बजे साईं नगर कातुल बोड निवासी 70 वर्षीय महिला वकील माया गुप्ता ने घर मे फांसी लगा ली। पड़ोसी जब वकील से मिलने गए तो घटना का पता चला। वकील घर पर अकेले ही रहती थी। इसी तरह कुम्हारी के हीरापुर इलाके में बुधवार देर रात 45 वर्षीय रजक साहू का शव घर मे फांसी के फंदे पर लटका मिला। दोनों ही मामलो में जांच जारी है।
जिले में महीने भर के अंदर किसान की तीसरी मौत
जिले में यह किसान की तीसरी मौत है, इससे पहले मातरोडीह के किसान डुगेश निषाद ने आत्महत्या की। उसने सुसाइडल नोट भी छोड़ा, जिसमें कर्ज का जिक्र किया। इसके अलावा नंदिनी थाना अंतर्गत ग्राम नंदिनी-खुंदनी के एक किसान लीलू राम पटेल ने भी खुदकुशी कर ली। उस पर भी बैंक का कर्ज था। इस प्रकार महीनेभर के अंदर जिले में किसान के मौत की यह तीसरी घटना है।