राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. नायक ने जशपुर के चाय बगान में कार्यरत महिलाओं के काम को सराहा

 
 
महुआ सेनेटाईजर बनाने वाली सिनगी महिला समूह के कार्यों की प्रशंसा की
रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक ने आज जशपुर के पनचक्की वन धन केंद्र एवं सारुडीह चाय बागान का निरीक्षण किया। डॉ. नायक ने पनचक्की वन धन केन्द्र में सिनगी स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित किए जा रहे महुआ सेनेटाईजर का अवलोकन करते हुए निर्माण प्रक्रिया और इससे होने वाली आमदनी के संबंध में विस्तार से जानकारी ली।
महिला समूह ने डॉ. नायक को महुआ से सेनेटाईजर निर्माण प्रक्रिया की पूरी जानकारी देते हुए बताया कि उनके द्वारा लॉकडाउन के दौरान अप्रैल माह से सेनेटाईजर का निर्माण किया जा रहा है एवं अब तक उन्होंने लगभग 18 लाख रूपए का सेनेटाईजर शासकीय संस्थाओं सहित व्यवसायियों को विक्रय किया है। जिससे उन्हें लगभग 12 लाख रूपए का लाभ हुआ है। समूह की महिलाओं द्वारा उन्हें मधुकम सेनेटाईजर भेंट किया। डॉ. नायक ने महिलाओं की इस कार्य से प्रभावित होते हुए उनके कार्यो की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह जिले में महिला सशक्तिकरण का एक अच्छा उदाहरण है।
इस दौरान डॉ. नायक ने सारूडीह के चाय बागान का भी निरीक्षण किया। बागान का मुआयना करते हुए डॉ. नायक ने इसे छत्तीसगढ़ के असम की उपाधि दी। उन्होंने बागान में कार्य करने वाली मधु तिर्की से उनके कार्यो एवं पत्तियों से ग्रीन टी तथा नार्मल चायपत्ती निर्माण की प्रक्रिया के बारे में जानकारी ली। मधु ने बताया कि चाय बागान 20 एकड़ में फैला हुआ है जहां 2 महिला समूह की 20 महिलाएं कार्य करती है। उन्होंने बताया कि गत वर्ष उन्होंनें लगभग 10 लाख रूपए का चाय पत्ती का निर्माण किया था जिसका विक्रय उनके द्वारा किया जा रहा है। साथ ही यहां बागान में प्रतिवर्ष हजारों पर्यटक घूमने आते है। पिछले वर्ष इससे उन्हें लगभग डेढ़ लाख रूपए की आमदनी हुई थी। डॉ. नायक ने महिलाओं की कार्य की प्रशंसा करते हुए उन्हें अच्छा कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर जिला स्तरीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।

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