कोरोना: 5 चरणों में होगा टीकाकरण, पहले चरण में डॉक्टरों समेत 31 करोड़ फ्रंट लाइन वर्कर्स को लगेंगे वैक्सीन
नई दिल्ली! भारत में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 93 लाख के पार पहुंच गई है। ऐसे में सबकी नजरें वायरस से बचाव के लिए बनने वाली वैक्सीन पर हैं। इसी बीच शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद मोदी वैक्सीन बनाने वाली तीन कंपनियों के संयंत्रों का दौरा कर रहे हैं। वे सबसे पहले अहमदाबाद के जाइडस कैडिला प्लांट पहुंचे। इसके बाद वे हैदराबाद के भारत बायोटेक प्लांट जाएंगे और आखिर में पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया जाएंगे।
प्रधानमंत्री के दौरे के बीच इस तरह के सवाल उठने शुरू हो गए हैं कि देश में वैक्सीन कब तक उपलब्ध हो पाएगी और किसको पहले दी जाएगी। बता दें, वैक्सीन अगले साल की शुरुआत में देश में उपलब्ध होने की उम्मीद है। हालांकि इससे पहले ही प्रायरिटी ग्रुप तय किए गए हैं। इन ग्रुप्स को पांच चरणों में बांटा गया है। पहले चरण में डॉक्टरों समेत 31 करोड़ फ्रंट लाइन वर्कर्स को लगेंगे। वैसे कुछ दिनों पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि अभी ऐसा कुछ तय नहीं है कि वैक्सीन कब तक आएगी और इसका कितना दाम होगा। ऐसे में हम आपको बताते हैं कि वो पांच चरण, जिनमें हैं किस को वैक्सीन लगाई जाएगी!सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि सबसे पहले देश के एक करोड़ फ्रंट लाइन स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन दी जाएगी। केंद्र सरकार राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ मिलकर 31 करोड़ ऐसे लोगों की पहचान कर रही है, जिन्हें शुरूआती चरण में वैक्सीन दी जाएगी। पहले चरण में एक करोड़ डॉक्टर्स, एमबीबीएस स्टूडेंट्स, नर्स और आशा वर्कर्स को वैक्सीन दी जाएगी।
दूसरे चरण में देश के कोविड वॉरियर्स को टीका लगाया जाएगा। इसमें म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन कर्मचारी, पुलिसकर्मी और सुरक्षा बल के कर्मी शामिल हैं।
तीसरे चरण में सरकारी कर्मचारियों को वैक्सीन दी जाएगी।
चौथे चरण में 50 साल की उम्र से ज्यादा वाले 26 करोड़ो लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी।
पांचवे चरण में सरकार ऐसे युवाओं को टीका लगाएगी जिन्हें संक्रमण का खतरा ज्यादा है। इस श्रेणी में 50 साल से कम उम्र के व्यक्ति शामिल हैं और इन्हें विशेष देखरेख की आवश्यकता है।