पर्यावरण संरक्षण की ओर एक नया कदम, देश के सभी स्टेशनों पर प्लास्टिक के कपों का इस्तेमाल बंद, चाय के लिए मिट्टी के बने कुल्हड़ का होगा इस्तेमाल

जयपुर। पर्यावरण संरक्षण की ओर एक नया कदम बढ़ाते हुए केंद्र सरकार ने अहम फैसला लिया है. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने ऐलान किया है कि अब देश के सभी स्टेशनों पर प्लास्टिक के कपों का इस्तेमाल बंद कर दिया जाएगा. उनका कहना है कि एक बार फिर से रेलवे स्टेशनों पर चाय के लिए मिट्टी के बने कुल्हड़ का इस्तेमाल किया जाएगा.

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने रविवार को कहा कि आने वाले समय में देश के हर रेलवे स्टेशन पर प्लास्टिक मुक्त कुल्हड़ में ही चाय मिलेगी। राजस्थान के अलवर में ढिगावड़ा रेलवे स्टेशन पर ढिगावड़ा – बांदीकुई रेलखंड पर विद्युतीकृत रेलमार्ग के लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए गोयल ने कहा, ‘आज देश में लगभग 400 रेलवे स्टेशनों पर कुल्हड़ में ही चाय मिलती है। आगे चलकर हमारी योजना है कि देश के हर रेलवे स्टेशन पर सिर्फ कुल्हड़ में चाय बिकेगी।

उनका कहना है कि उनकी योजना है कि भविष्य में देश के हर रेलवे स्टेशन पर प्लास्टिक के कप की जगह कुल्हड़ का इस्तेमाल किया जाए, इससे देश में लाखों लोगों को रोजगार भी मिल सकेगा.

बता दें कि तकरीबन 16 साल पहले पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने रेलवे स्टेशन पर चाय के कुल्हड़ के इस्तेमाल की बात कही थी. वहीं समय के साथ धीरे-धीरे कुल्हड़ के प्रचलन से हटा दिया गया. अब एक बार फिर रेलवे स्टोशनों पर प्लास्टिक के कप बैन किए जा रहे हैं. जिससे लाखों लोगों के लिए रोजगार के अवसर के साथ ही पर्यावरण प्रदूषण पर भी रोक लगेगी.

गोयल ने कहा, ”मैं अभी कुल्हड़ में चाय पी रहा था. वास्तव में कुल्हड़ में चाय पीने का स्वाद ही कुछ और होता है और पर्यावरण को भी आप बचाते हो. प्रधानमंत्री मोदी 2014 में जब से सत्ता में आए हैं तब से वह लोगों के स्वास्थ्य के प्रति चिंतित है. उन्होंने निर्णय किया है कि देशभर की रेलवे लाइन का शत प्रतिशत विद्युतीकरण करेंगे.”

गोयल ने कहा कि प्लास्टिक मुक्त भारत में रेलवे का भी यह योगदान रहेगा। इससे लाखों भाई बहनों को रोजगार मिलता है। उन्होंने कहा कि पहले एक जमाना था जब रेलवे स्टेशनों पर कुल्हड़ में ही चाय मिलती थी। जब 2014 में केन्द्र में नरेन्द्र मोदी की सरकार आयी तब तक कुल्हड़ गायब हो गये और प्लास्टिक के कप में चाय मिलनी शुरू हो गयी।

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