वरिष्ठ कांग्रेस नेता मोतीलाल बोरा का अंतिम सस्कार आज दुर्ग के शिवनाथ नदी स्थित मुक्तिधाम में राजकीय सम्मान के साथ किया जायेगा
रायपुर / दुर्ग। देश के वरिष्ठ कांग्रेस नेता मोतीलाल बोरा का निधन सोमवार को फोर्टिस अस्पताल नई दिल्ली में हो गया था,जिनका अंतिम सस्कार आज् 22 दिसम्बर की संध्या 4,30 बजे दुर्ग के शिवनाथ नदी स्थित मुक्तिधाम में राजकीय सम्मान के साथ किया जायेगा। मोतीलाल वोरा के निधन से कांग्रेस के उन असंख्य कार्यकर्ताओं को सबसे ज्यादा दुख होगा जिनके लिए कांग्रेस मुख्यालय में मोतीलाल वोरा के कमरे के दरवाजे हमेशा खुले रहते थे। देश के किसी भी कोने से कोई भी पार्टी कार्यकर्ता उनके पास आकर अपनी शिकायत और समस्या कह कर यह संतोष पा जाता था कि पार्टी में कहीं तो किसी स्तर पर उसकी सुनवाई हुई। क्योंकि जबकि कांग्रेस के तमाम बड़े नेताओं के घरों और कार्यालयों के दरवाजे आम कार्यकर्ता के लिए बंद रहते हैं , तब सिर्फ वोरा का ही कार्यालय ऐसा था जहां पहुंचकर लोग न सिर्फ अपनी बात कह पाते थे, बल्कि उन्हें यह भरोसा भी मिलता था कि उनकी सुनवाई जरूर होगी।
स्वर्गीय मोतीलाल जी के पुत्र अरुण बोरा उन्हें मुखाग्नि देंगे।
अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिये अखिल भरतीय कांगेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष व सांसद राहुल गांधी, छग के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ,मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मुख्यमंत्री कल्पनाथ सहित अन्य भाजपा कांग्रेस के नेता शामिल होंगे। छग विधानसभा मे आज 22 दिसम्बर को स्व मोतीलाल बोरा को श्रद्धाजलि देने के बाद मन्त्री मण्डल के सदस्य गण एक बस से दूर्ग अंतिम संस्कार में शामिल होने दुर्ग आयेगे।
बताया जाता है कि शिवनाथ नदी स्थित मुक्तिधाम में 100 वीआईंपी लोगों के लिये व 1000 लोगो के बैठने के लिये कुर्सी की ब्यवस्था की गई है। स्व मोतीलाल बोरा के निधन पर भाजपा कांग्रेस के नेताओ ने श्रद्धाजलि दी है। स्व मोतीलाल बोरा के निधन पर मप्र व छग में तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा दोनों सरकारो ने की है। अविभाजित मध्यप्रदेश शासन के पूर्व मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा का आकस्मिक निधन हो जाने पर मंगलवार 22 दिसंबर को वोरा के निवास पद्मनाभपुर में श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। अंतिम यात्रा पद्मनाभपुर से मुक्तिधाम शिवनाथ नदी दूर्ग ऐनीकट के पास तक जायेगी। इस दौरान महाराजा चौक से जेलतिराहा नगर चौक तक तथा अंतिम यात्रा मार्ग पर आवागमन पूर्णता प्रतिबंधित रहेगा!