किसानों के समर्थन में उतरें राहुल गांधी, राष्ट्रपति भवन तक करेंगे मार्च
29वें दिन भी राजधानी की सीमाओं पर डटे हैं किसान, कांग्रेस का दिल्ली में प्रदर्शन जारी
नई दिल्ली। किसानों के समर्थन में आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी विजय चौक से लेकर राष्ट्रपति भवन तक मार्च करेंगे। इस दौरान राहुल के नेतृत्व में अन्य कांग्रेसी सांसद भी इसमें भाग लेंगे। वहीं बाद में राहुल और अन्य वरिष्ठ नेता राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करेंगे और उनके हस्तक्षेप के लिए दो करोड़ हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन प्रस्तुत करेंगे।
राहुल गांधी का ट्वीट- अन्नदाता का साथ देना होगा
‘भारत के किसान त्रासदी से बचने के लिए कृषि-विरोधी कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। इस सत्याग्रह में हम सबको देश के अन्नदाता का साथ देना होगा।’’
Delhi: Congress leader Rahul Gandhi meets senior party leaders & MPs at party headquarters.
He is scheduled to lead a march from Vijay Chowk to Rashtrapati Bhavan to submit to the President a memorandum containing 2 crore signatures seeking his intervention in farm laws issue. pic.twitter.com/0JaggZsWdM
— ANI (@ANI) December 24, 2020
चाणक्यपुरी एसीपी प्रज्ञा ने कहा कि जिन नेताओं को अनुमति दी गई है, सिर्फ वही नेता राष्ट्रपति भवन जाएंगे। नई दिल्ली के डीसीपी दीपक यादव का कहना है कि आज के लिए कांग्रेस पार्टी को राष्ट्रपति भवन तक मार्च करने की अनुमति नहीं दी गई है। हालांकि जिन तीन नेताओं के पास अनुमति पत्र है, वो राष्ट्रपति भवन जाएंगे।
दिल्ली में प्रदर्शन जारी
कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसानों का आंदोलन आज 29वें दिन में प्रवेश कर चुका है। दिल्ली में चल रही शीतलहर और हाड़ कंपा देने वाली ठंड भी किसानों का हौसला नहीं तोड़ पा रही है। वहीं आज किसानों को खुला समर्थन देते हुए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी विजय चौक से राष्ट्रपति भवन तक मार्च कर राष्ट्रपति को दो करोड़ हस्ताक्षर वाला पत्र देंगे जिसमें कृषि कानूनों को वापस लेने की बात होगी। इस बीच आज भी दिल्ली के कई रास्ते व बॉर्डर बंद रहेंगे।
राष्ट्रपति से मिलने राहुल पहुंचे राष्ट्रपति भवन
राष्ट्रपति से मिलने के लिए कांग्रेस के सिर्फ तीन नेताओं को अनुमति मिली थी जिसके चलते राहुल गांधी संग वो तीन नेता राष्ट्रपति भवन में प्रवेश कर चुके हैं। वहीं अन्य पार्टी नेता एक नियत जगह पर ही रोक लिए गए हैं।
हिरासत में ली गईं प्रियंका गांधी
कृषि कानूनों और किसानों के समर्थन में विजय चौक से लेकर राष्ट्रपति भवन तक मार्च निकालने के दौरान दिल्ली पुलिस ने प्रियंका गांधी समेत कई कांग्रेस नेताओं को हिरासत में ले लिया है।
राष्ट्रपति से मिलने राहुल पहुंचे राष्ट्रपति भवन
राष्ट्रपति से मिलने के लिए कांग्रेस के सिर्फ तीन नेताओं को अनुमति मिली थी जिसके चलते राहुल गांधी संग वो तीन नेता राष्ट्रपति भवन में प्रवेश कर चुके हैं। वहीं अन्य पार्टी नेता एक नियत जगह पर ही रोक लिए गए हैं।
भाजपा किसानों के पेट पर लात मार रही है, हम किसानों के साथ खड़े हैं- प्रियंका गांधी
विजय चौक से राष्ट्रपति भवन तक निकाले जा रहे कांग्रेस के मार्च में शामिल कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, बीजेपी की सरकार किसानों के पेट पर लात मार रही है और हमारा कर्तव्य है कि हम किसानों के साथ खड़े रहें, इसलिए हम लोग अपना कर्तव्य निभाएंगे।
बीजेपी की सरकार किसानों के पेट पर लात मार रही है और हमारा कर्तव्य है कि हम किसानों के साथ खड़े रहें इसलिए हम लोग अपना कर्तव्य निभाएंगे: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा pic.twitter.com/iascUMxrQm
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 24, 2020
पुलिस ने रोका राहुल गांधी का मार्च
कांग्रेस ने अपना मार्च शुरू किया तो उसे आधे रास्ते में ही रोक लिया गया। पुलिस का कहना है कि जिन लोगों को राष्ट्रपति भवन जाने की इजाजत मिली है, सिर्फ उन्हें ही राष्ट्रपति भवन तक जाने की अनुमति देंगे।
शशि थरूर भी होंगे मार्च में शामिल
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने बताया कि आज हम राष्ट्रपति भवन तक मार्च करेंगे। हम चाहते हैं कि सरकार ने जिस तरह से कृषि कानून को पास कराने से पहले किसानों से कोई राय नहीं ली उसका प्रायश्चित करे। मुझे लगता है कि राष्ट्रपति की भूमिका एक सरकार को प्रोत्साहित करने और गाइड करने में बेहद महत्वपूर्ण होती है। कांग्रेस सांसद ने बताया 2.5 करोड़ हस्ताक्षर वाले ज्ञापन राष्ट्रपति को सौंपेंगे पंजाबा से कांग्रेस सांसद जसबीर सिंह गिल ने बताया कि हम सभी सांसद आज राहुल गांधी जी के नेतृत्व में राष्ट्रपति जी से मिलने जाएंगे और हमने इन कानूनों के खिलाफ 2.5 करोड़ के करीब जो हस्ताक्षर कराए हैं उस ज्ञापन को राष्ट्रपति को सौंपेंगे। कांग्रेस पार्टी मुख्यालय पर राहुल गांधी वरिष्ठ नेताओं और सांसदों से मिले राहुल गांधी पार्टी मुख्यालय पर वरिष्ठ नेताओं और सांसदों से मिले। वह विजय चौक से राष्ट्रपति भवन तक मार्च कर 2 करोड़ हस्ताक्षर वाला ज्ञापन राष्ट्रपति को सौंपेंगे जो कृषि बिल की वापसी की मांग करता है।
लुधियाना के होजरी कारोबार को भी हो रहा नुकसान
किसान आंदोलन की वजह से लुधियाना के होजरी उद्योग को नुकसान हो रहा है। एक दुकानदार ने बताया, ‘किसान आंदोलन और शादियां खत्म हो जाने की वजह से हमारे पास ग्राहक कम आ रहे हैं। अगर आंदोलन नहीं होता तो हमारा काम अच्छा चलता। पिछली बार की तुलना में इस बार 30-35 प्रतिशत काम कम हो गया है।’
सिंघु बॉर्डर स्थित पेट्रोल पंप को हो रहा नुकसान
सिंघु बॉर्डर पर पिछले करीब एक महीने से चल रहे विरोध प्रदर्शन की वजह से बॉर्डर के आसपास के पेट्रोल पंप को काफी नुकसान हो रहा है, पेट्रोल पंप खाली पड़े हैं। एक पेट्रोल पंप के सुपरवाइजर ने बताया, ‘पंप अभी बिल्कुल बंद है, 27 नवंबर से कोई गाड़ी नहीं आ रही है। सैलरी की दिक्कत आएगी।’ बुराड़ी ग्राउंड में प्रदर्शन कर रहे भारतीय किसान यूनियन के सदस्य बिंदर सिंह गोलेवाला का कहना है कि, जब तक काले कानून रद्द नहीं हो जाते तब तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा, हमारे हौसले बुलंद हैं। सरकार जितनी जल्दी हो सके ये कानून रद्द कर दे नहीं तो संघर्ष और बड़ा होगा। हमें दुनिया का सहयोग मिल रहा है।
जब तक काले कानून रद्द नहीं हो जाते तब तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा, हमारे हौंसले बुलंद हैं। सरकार जितनी जल्दी हो सके ये कानून रद्द कर दे नहीं तो संघर्ष और बढ़ा होगा। हमें दुनिया का सहयोग मिल रहा है: बुराड़ी ग्राउंड से बिंदर सिंह गोलेवाला, भारतीय किसान यूनियन #FarmLaws https://t.co/LxFPjbQkhm pic.twitter.com/1vhBrDsvKY
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 24, 2020
किसान बोले – चाहे 10 साल लग जाएं यहां से नहीं जाएंगे
गाज़ीपुर बॉर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। एक प्रदर्शनकारी ने बताया, ‘जब तक कानून वापस नहीं लिया जाता तब तक हम हटेंगे नहीं..चाहे 10 साल लग जाएं। 6 बार की बातचीत हो चुकी है। सरकार चाहती तो हल निकाल सकती थी।’
बुराड़ी के संत निरंकारी ग्राउंड में भी जारी है प्रदर्शन
सिंघु, टिकरी, गाजीपुर और चिल्ला बॉर्डर के अलावा किसानों का आंदोलन दिल्ली के बुराड़ी के संत निरंकारी ग्राउंड में भी चल रहा है। यहां पर डटे किसान भी अपनी मांगों के पूरा हुए बिना यहां से जाने को तैयार नहीं हैं।