ब्रिटेन से भारत आए 5 संक्रमित दिल्ली एयरपोर्ट से फरार, अब तक 13 संक्रमित मिले
ब्रिटेन में नया कोरोना स्ट्रेन मिलने के बाद अब तक एक हजार से ज्यादा लोग पहुंचे दिल्ली
नई दिल्ली। ब्रिटेन से दिल्ली आए यात्रियों में से पांच संक्रमित अपना सैंपल देने के बाद चकमा देकर इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से भाग गए। इनमें से चार लोगों को वापस लाकर दिल्ली के लोकनायक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालांकि अब इन लोगों के संपर्क में आने वालों की पहचान करना सरकार के लिए मुसीबत बन गया है। ब्रिटेन में नया कोरोना स्ट्रेन मिलने के बाद अब तक एक हजार से ज्यादा लोग दिल्ली पहुंचे हैं, इनमें से तेरह संक्रमित मिले हैं, ये कोरोना के नए रूप से संक्रमित हैं या नहीं, इसकी जांच जारी है।
भाग निकले लोगों में एक नोएडा का
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बृहस्पतिवार को बताया कि भागने वाले पांचों संक्रमितों में से एक नोएडा, दो दिल्ली, एक लुधियाना और एक महिला आंध्र प्रदेश में तलाश ली गई। उन्होंने बताया कि इनके सैंपल पॉजिटिव निकलने पर इनकी तलाश शुरू की गई थी। अब इनके संपर्क में आने वालों की कांटेक्ट ट्रेसिंग के लिए दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश की टीमें जुट गई हैं। हालांकि अधिकारी ने माना कि इन सभी को 48 घंटे के भीतर ही तलाश कर लिया गया, लेकिन अब इनके संपर्क में आने वालों की पहचान कर पाना काफी कठिन हो गया है।
केंद्र और दिल्ली सरकार ने एक-दूसरे पर डाली जिम्मेदारी दिल्ली एयरपोर्ट से यात्रियों के भागने की जिम्मेदारी केंद्र और दिल्ली सरकार ने एक-दूसरे पर डाल दी है। एकतरफ, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि जरा-सी चूक सभी कोशिशों को बर्बाद कर सकती है। राज्यों को सख्ती के साथ स्थिति से निपटना चाहिए। वहीं, दिल्ली सरकार का कहना है कि फ्लाइट्स से जुड़े ऑपरेशन और हवाई अड्डों पर सुरक्षा की जिम्मेदारी वहां के प्रशासन की है। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का कहना है कि उन्हें बृहस्पतिवार को ही इस घटना की जानकारी मिली है।
ट्रेन से आंध्र पहुंच गई महिला
ब्रिटेन में कोविड-19 के फिर से जोर पकड़ने के बाद एक तरफ जहां भारत के राज्यों में नए नियम जारी किए जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर ब्रिटेन से दिल्ली पहुंची कोरोना संक्रमित एक महिला अधिकारियों को चकमा देकर ट्रेन से आंध्र प्रदेश पहुंच गई। हालांकि, राजामहेंद्रवरम में उसे पकड़कर अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को कहा कि महिला को लेने दिल्ली आए उसके बेटे को भी अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि उसकी कोविड-19 जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि उनके ‘स्वाब’ के नमूने एकत्र कर जांच के लिए पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान में भेजे गए हैं, जांच में यह पता लगाया जाएगा कि महिला और उसका बेटा ब्रिटेन में सामने आए कोरोना वायरस की नई किस्म से तो संक्रमित नहीं हैं। ऐसी खबरें सामने आई हैं कि ब्रिटेन से दिल्ली लौटा एक और यात्री पंजाब रवाना हो गया। बता दें, केंद्र सरकार ने घातक वायरस के नए स्वरूप के बारे में पता चलने के बाद भारत और ब्रिटेन के बीच 23 से 31 दिसंबर तक सभी उड़ानों पर पाबंदी लगा रखी है। साथ ही उसने हाल ही में ब्रिटेन से आने वाले यात्रियों की गहनता से जांच करने का भी निर्देश दिया है।
अधिकारियों ने कहा कि गोवा और महाराष्ट्र में ब्रिटेन से लौटे कम से कम 12 यात्री कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। इस बीच मेघालय में ब्रिटेन से आने वाले यात्रियों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। राज्य सरकार ने हाल ही में ब्रिटेन से लौटे या वहां से गुजरकर आने वाले लोगों से पृथकवास में रहने और अपनी यात्रा की जानकारी देने का आग्रह किया है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार मेघालय में ब्रिटेन से लौटे कम से कम पांच लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं और फिलहाल स्वास्थ्य कर्मी उनकी देखभाल कर रहे हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि 22 दिसंबर की उड़ान से ब्रिटेन से अमृतसर आए लगभग 216 यात्रियों को पृथकवास में भेज दिया गया है क्योंकि हो सकता है कि वे उन सह यात्रियों या विमान चालक दल के सदस्यों के संपर्क में आ गए हों, जो विमान से उतरने के बाद कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे।
क्वारंटीन सेंटर से भागी महिला को पकड़ा गया
अजीबो-गरीब नाटकीय घटनाक्रम के बीच दिल्ली स्थित पृथक-वास केंद्र से कथित रूप से भाग कर अपने गृह नगर आंध्र प्रदेश के राजामहेंद्रवरम पहुंची महिला को रेलवे पुलिस एवं स्वास्थ्य अधिकारियों ने पकड़ लिया और बुधवार की देर रात उसे स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। उप मुख्यमंत्री ए के के श्रीनिवास ने संवाददाताओं से कहा कि 47 वर्षीय महिला के कोरोना वायरस के नए स्वरूप से संक्रमित होने की पुष्टि नहीं हुई और वे एनआईवी की जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।पेशे से शिक्षक महिला 21 दिसंबर को नई दिल्ली पहुंची थी।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य में रात का कर्फ्यू लगाया गया है ताकि लोगों को यह पता चले कि कोविड-19 का खतरा अभी खत्म नहीं हुआ है। नौ दिसंबर को ब्रिटेन से आने पर कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए यात्रियों में गोवा के 11 यात्री शामिल हैं। पांच दिन में दिल्ली पहुंचे एक हजार से ज्यादा यात्री, तेरह संक्रमित निकले
ब्रिटेन से 21 दिसंबर से लेकर बृहस्पतिवार तक करीब एक हजार यात्री दिल्ली आ चुके हैं। इन यात्रियों में से अब तक 13 लोगों में संक्रमण की पहचान हो चुकी है। बुधवार रात तक 11 लोग संक्रमित मिले थे, लेकिन बृहस्पतिवार को भी दो और लोगों में संक्रमण की पहचान की गई है। पूर्वी दिल्ली जिला टीम ने दोनों लोगों की पहचान उनके घर जाकर की। उधर, स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि घर-घर जाकर ब्रिटेन से आने वाले मरीजों की पहचान का सिलसिला तेजी से चल रहा है। करीब साढ़े चार हजार लोगों की सूची विभाग के पास है, जिनके घर जाकर टीम पूरे परिवार की जांच करा रही है।
देश में कोरोना के दैनिक मामलों में आई मामूली गिरावट
कोरोना वायरस के दैनिक मामलों में लगातार उतार और चढ़ाव का सिलसिला जारी है। गुरुवार की तुलना में शुक्रवार को दैनिक मामलों में मामूली गिरावट दर्ज की गई है। गुरुवार को जहां 24,712 लोग इस वायरस की चपेट में आए थे। वहीं शुक्रवार को 23,068 मरीज कोविड-19 से संक्रमित मिले हैं। देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या एक करोड़ से अधिक हो चुकी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 23,068 नए मामले रिपोर्ट किए गए हैं। इस तरह देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,01,46,846 हो गई है। वहीं, इस दौरान 336 लोगों की इस बीमारी से मौत हुई है, जिसके बाद कोरोना मृतकों की संख्या बढ़कर 1,47,092 हो गई है।
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना से संक्रमणमुक्त होने वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 97 लाख से अधिक हो गई है। पिछले 24 घंटे में 24,661 मरीजों ने वायरस को मात दी है और इलाज के बाद अस्पताल से घर लौटे हैं। वर्तमान में कोरोना से संक्रमणमुक्त होने वाले मरीजों की संख्या 97,17,834 है
आंकड़ों के अनुसार, देश में सक्रिय मामलों की संख्या तीन लाख से कम बनी हुई है, इसमें लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। वर्तमान में सक्रिय मामलों की संख्या 2,81,919हो गई है। कोरोना के सक्रिय मामलों और संक्रमणमुक्त मरीजों की संख्या के बीच अंतर काफी अधिक है। जिससे पता चलता है कि देश में वायरस के खिलाफ लड़ाई सही दिशा में चल रही है।
भारत में सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख के पार चली गई थी। वहीं, कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्तूबर को 70 लाख, 29 अक्तूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख और 19 दिसंबर को एक करोड़ के पार चले गए थे।