ब्रिटेन बना कोरोना के नए स्ट्रेन का हॉटस्पॉट, वैज्ञानिकों ने चेताया 2021 में हो सकती हैं ज्यादा मौतें
नई दिल्ली। ब्रिटेन में फैले कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन को लेकर वैज्ञानिकों ने एक नए शोध के जरिए चेताया है कि ये नया स्ट्रेन पुराने वायरस की तुलना में 56 फीसदी ज्यादा खतरनाक है।इससे ज्यादा संख्या में मौतें हो सकती हैं। वैज्ञानिकों ने अपील की है कि ब्रिटेन में जल्द से जल्द टीकाकरण का कार्य शुरू किया जाए। लंदन स्कूल ऑफ हाइजिन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन में सेंटर फॉर मैथमैटिकल मॉडलिंग ऑफ इनफेक्शियस डिसीज की ओर से प्रकाशित शोध के मुताबिक नवंबर में दक्षिण-पूर्व इंग्लैंड में तेजी से फैले इस स्ट्रेन के कारण अगले साल कोविड-19 से अस्पतालों में भर्तियां ज्यादा हो जाएंगी और मौतों की संख्या अधिक होगी।
शोधकर्ताओं का यह भी कहना है कि अभी भी ये निश्चित नहीं है कि म्यूटेडेड स्ट्रेन, पुराने वेरियंट से ज्यादा या कम खतरनाक है। शोधकर्ताओं का कहना है कि संक्रमण दर में बढ़ोतरी से 2021 तक कोविड-19 से मरीजों की मौत और अस्पतालों में मरीजों की संख्या में भी बढ़ोतरी होगी।शोध के लेखकों ने चेतावनी दी है कि नवंबर में इंग्लैंड में लागू किए गए राष्ट्रीय लॉकडाउन से तब तक संक्रमण की दर को रोकने में मदद नहीं मिलेगी, जब तक प्राथमिक स्कूल, माध्यमिक स्कूल और विश्वविद्यालयों को बंद नहीं किया जाएगा। अगर प्रतिबंधों में थोड़ी भी ढिलाई दी जाएगी तो इससे मामले और बढ़ सकते हैं।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने क्रिसमस की छुट्टियों के मद्देनजर सख्त प्रतिबंधों का एलान किया है। इसके अलावा बोरिस जॉनसन ने कहा कि ये नया स्ट्रेन पुराने वेरियंट के मुकाबले संक्रमण की स्थिति में 70 फीसदी ज्यादा तेज हो सकता है। 40 देशों ने ब्रिटेन पर यात्रा प्रतिबंध लगा दिया है, लेकिन यूरोपियन देशों की सरकारों ने अपने प्रतिबंधों में थोड़ी राहत देनी शुरू की है। बायोएनटेक के को-फाउंडर ने कहा कि हमारी वैक्सीन इस म्यूटेडेड वायरस पर भी असरदार हो सकती है और अगर नहीं होगी तो अगले छह हफ्तों में इसके लिए भी वैक्सीन तैयार कर दी जाएगी।