दुर्ग सामूहिक हत्या: जारी स्केच वाला व्यक्ति निकला रायपुर का
दुर्ग। परिवार के चार सदस्यों की हत्या को पांच दिन बीत गए। पुलिस की 16 टीमें अलग अलग पहलुओं पर जांच कर रही है। अमलेश्वर के खुड़मुड़ा गांव में घटना को लेकर घायल 11 वर्षीय दुर्गेश ने पुलिस को बताया कि हत्यारे ने खुद को दादी का परिचित बताया था। उसने किसी मनीषा नाम की महिला को खुद को रिश्ते में भाई बताया। पुलिस ने मृतका दुलारी बाई और रोहित की पत्नी के रिश्तेदार और परिचितों की सूची खंगाली, जिसमें 10 महिलाएं मनीषा नाम की मिली हैं। इधर पुलिस ने दो दिन पहले जिसका स्केच जारी किया, उसकी पहचान हो गई है। वह बैजनाथ पारा रायपुर का रहने वाला बताया गया है। हालांकि पुलिस उस तक नहीं पहुंच पाई है। इधर शुक्रवार की दोपहर सीएम भूपेश बघेल सोनकर परिवार के मिलने पहुंचे। उन्होंने कहा कि चारों बच्चों की पढ़ाई का खर्च सरकार उठाएगी।
जांच में पता चला बालाराम करता था तंत्र साधना
पुलिस को बालाराम के रिश्तेदारों ने पूछताछ मेंं बताया कि उसका सबसे छोटा बेटा हरि चंद्र करीब 15 वर्ष की उम्र में घर छोड़कर कहीं चला गया। इसके बाद बालाराम ने पूजापाठ करना शुरु कर दिया। घर में मिली दो देवियों की मूर्तियां, 24 घंटे जलने वाली जोत और नीबू की माला से पुलिस ने अनुमान लगाया है कि बालाराम तंत्र साधना भी करता था। पुलिस ने करीब तंत्र विद्या से बीमारी, गृह कलेश, नौकरी अन्य समस्या का समाधान करने वाले 25 तांत्रिकों को चिन्हित किया है। रायपुर में भी ऐसे लोगों से पूछताछ की जा रही।
गवाह के बयान के बाद आया मामले में नया मोड़
रोहित के बेटे दुर्गेश के बयान के बाद पुलिस ने परिवार, रिश्तेदार और परिचितों में शामिल मनीषा नाम की महिलाओं को चिन्हित कर लिया है। इनमें एक महिला खुड़मुड़ा गांव की है। पुलिस ने उससे पूछताछ कर ली है। लेकिन उसकी भूमिका संदिग्ध नहीं मिली है। सूची में शामिल अन्य मनीषा नाम की महिलाओं से पूछताछ के लिए एक टीआई को लगाया गया है। पुलिस बालाराम के बेटे हरि चंद्र की गुमशुदगी भी तलाश रही है। इसके साथ भूमाफिया, जमीन दलाल समेत 25 लोगों के 2 हजार मोबाइल कॉल खंगाले गए।
चारों बच्चों के पढ़ाई के लिए 1-1 लाख का डिपॉजिट
शुक्रवार को सोनकर परिवार से मिलने पहुंची मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने घोषणा की है कि सरकार बालाराम सोनकर के परिवार के 4 बच्चों के पढ़ाई का पूरा खर्च राज्य सरकार उठाएगी। चारों बच्चों के लिए 1-1 लाख रुपए बैंक में फिक्सड डिपॉजिट कराया जाएगा। बच्चों के लालन पालन के लिए उनके चाचा को 1 लाख रुपए दिया जाएगा। परिजन से बातचीत करने के बाद सीएम में पुलिस अधिकारियों से केस की स्टेटस रिपोर्ट ली। पुलिस के मुताबिक बालाराम के खेत दो गांव के बार्डर पर है।