सरकारी शादी में भी पड़ा कोरोना का असर जहां जोड़े वहीं होंगी शादियां

 

दुर्ग।  कोरोना का असर सरकारी शादी में भी पड़ गया है। इस बार निर्धन कन्या विवाह में न बारात निकलेगी और ना ही घराती भोज देंगे। जिस जगह जोड़े का निवास हैं वहीं ब्याह रचाएंगे। मुख्यमंत्री निर्धन कन्या विवाह का आयोजन हर साल महिला एवं बाल विकास विभाग कराता आ रहा है। सरकारी शादी होने की वजह से हर साल जिला स्तर पर भव्य आयोजन होता रहा हैं। दुर्ग के रविशंकर स्टेडियम में दुर्ग, पाटन और धमधा ब्लॉक में रहने वाले निर्धन परिवार जोड़े एक साथ परिणय सूत्र में बंधते रहे हैं।

जहां जोड़े वहीं होंगी शादियां
इस बार शादी-व्याह का तरीका अलग ही अंदाज में होगा। जिला स्तर पर और न ही ब्लॉक स्तर पर निर्धन कन्या विवाह का आयोजन होगा। दुर्ग भिलाई, भिलाई तीन, चरोदा जैसे शहरी इलाके में जहां जोड़े रहते हैं। वहीं, सार्वजनिक स्थल चयन करके विवाह का बंदोबस्त किया जाएगा। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम पंचायतों में निर्धन कन्या विवाह का आयोजन होगा। जिस ग्राम पंचायत के अंतर्गत वधू पक्ष रहते है। उसी जगह पर शादी होगी। अगल कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं होगा।

31 दिसंबर तक करा सकते हैं रजिट्रेशन
सरकारी शादी में परिजन अपने बच्चों की शादी करवाना चाहते हैं वे रजिस्ट्रेशन 31 दिसंबर तक करवा सकते हैं। महिला बाल विकास विभाग के 8 परियोजना कार्यालय या फिर सुपरवाइजरों के पास रजिस्ट्रेशन करवाना है। इस योजना के तहत विवाह वहीं करवा सकते हैं जिनके पास मुख्यमंत्री खाद्यान्न योजना के तहत राशनकार्ड हो।

 14 हजार तक मिलेगी समान भेंट
निर्धन वर्ग के वर-वधू के शादी-व्याह का खर्च सरकार उठाएगी। प्रत्येक नवविवाहित जोड़ों को 14 हजार रुपए तक गृहस्थी के समान भेंट स्वरूप दिया जाएगा। इसमें वैवाहिक वस्त्र, मंगलसूत्र, बिछिया, कुकर, आलमारी, बर्तन, गद्दा, रैक आदि शामिल रहेंगे। पंडित, काजी या पास्टर अपने-अपने धर्म के अनुसार व्याह संपन्न करवाएंगे। वर व वधू पक्ष के लोगों के नाश्ते-भोजन का भी इंतजाम रहेगा। लेकिन कोविड की वजह से इस दफा दोनों पक्षों की ओर से भीड़ लाने पर रोक लगा दी गई है। दोनों पक्षों की ओर सीमित संख्या में ही घराती और बरातियों को आने की प्रशासन ने अनुमति दी है।

कोरोना काल के कारण टारगेट भी  कम
पिछले साल मुख्यमंत्री निर्धन कन्या विवाह के अंतर्गत 230 जोड़ो का विवाह प्रशासन द्वारा करवाया गया था। वर-वधू पक्ष से बड़ी संख्या में लोग यहां आए। प्रदेश के मुख्यमंत्री सहित मंत्री, विधायक इस विवाह में शामिल होते थे। इस बार कोरोना की वजह से जिले में विवाह का टारगेट भी कम कर दिया गया है। 200 जोड़ों की शादी करवाने का टारगेट मिला है। महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों के मुताबिक फरवरी व मार्च महीने में निर्धन कन्या विवाह के लिए पंजीयन करवाया जा रहा है।