वाशिंगटन में 15 दिनों के लिए आपातकाल, ट्विटर, फेसबुक और यूट्यूब ने ट्रंप के पोस्टर, अकाउंट पर लिया एक्शन

नई दिल्ली (एजेंसी)। अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हजारों समर्थक अमेरिकी कैपिटल में घुस गए और पुलिस के साथ उनकी झड़प हुई। इन घटनाओं में एक महिला की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। साथ ही नए राष्ट्रपति के रूप में जो बाइडन के नाम पर मुहर लगाने की संवैधानिक प्रक्रिया बाधित हुई। बुधवार को कांग्रेस के सदस्य इलेक्टोरल कॉलेज वोटों की गिनती कर रहे थे, इसी दौरान बड़ी संख्या में ट्रंप के समर्थक सुरक्षा व्यवस्था को ध्वस्त करते हुए कैपिटल बिल्डिंग में घुस गए। पुलिस को इन प्रदर्शनकारियों को काबू करने में काफी मश्क्कत करनी पड़ी।
इन हालातों में प्रतिनिधि सभा और सीनेट तथा पूरे कैपिटल को बंद कर दिया गया। उपराष्ट्रपति माइक पेंस और सांसदों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। बिगड़ते हालात के बीच राष्ट्रीय राजधानी में कफ्र्यू लगा दिया गया। लेकिन बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी कफ्र्यू का उल्लंघन करते हुए सड़कों पर उतर आए। अमेरिका में अब डोनाल्ड ट्रंप को तुरंत पद से हटाने की कोशिश की जा रही है। फिलहाल ट्रंप के कार्यकाल में दो हफ्ते बचे हैं, लेकिन करीब दो दर्जन से अधिक डेमोक्रेट सांसद उनके खिलाफ फिर से महाभियोग लाने की तैयारी में हैं।
पीएम मोदी बोले- लोकतांत्रिक प्रक्रिया को गैरकानूनी विरोध-प्रदर्शन से प्रभावित नहीं कर सकते
अमेरिकी कांग्रेस में हुए हंगामे पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि मैं हिंसा की खबरें देखकर परेशान हूं। प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार सुबह ट्वीट कर कहा कि वॉशिंगटन डीसी में दंगों और हिंसा के बारे में समाचार देखने के बाद परेशान हूं। सत्ता का व्यवस्थित और शांतिपूर्ण हस्तांतरण जारी रहना चाहिए। लोकतांत्रिक प्रक्रिया को गैरकानूनी विरोध प्रदर्शन के माध्यम से प्रभावित नहीं होने दिया जा सकता है।
वैश्विक नेताओं ने की निंदा
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन, न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस सहित कई वैश्विक नेताओं ने अमेरिकी हिंसा की निंदा की। वहीं वाशिंगटन डीसी की मेयर म्यूरियल बोसेर ने कहा कि मैंने आज 15 दिनों के लिए घोषित किए गए सार्वजनिक आपातकाल को बढ़ाने का आदेश जारी किया है।
ओबामा ने ट्रंप की आलोचना की
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने एक बयान में कहा, ‘इतिहास आज कैपिटल में हुई हिंसा को हमेशा याद रखेगा। इसे एक सिटिंग राष्ट्रपति द्वारा उकसाया गया। यह हमारे देश के लिए बेहद अपमान और शर्म की बात है। वह एक वैध चुनाव के परिणाम के बारे में लगातार निराधार रूप से झूठ बोल रहे हैं। यदि इस घटनाक्रम को हम एक आश्चर्य मानते हैं तो हम खुद के साथ मजाक कर रहे हैं।