खुड़मुड़ा हत्याकांड: 22 दिन बाद हत्या की गुत्थी सुलझती आ रही नजर…
दुर्ग। अमलेश्वर थाने के खुड़मुड़ा गांव में सोनकर परिवार के चार सदस्यों की बेरहमी से हुई हत्या के 22 दिन बाद हत्या की गुत्थी सुलझती नजर आ रही है। पुलिस ने यह मान लिया है कि हत्यारा परिवार का ही सदस्य है। दुर्गेश के बयान के आधार पर पुलिस ने कड़ियां जोड़ी। इसके बाद सोमवार को परिवार की दो महिलाओं को हिरासत में लिया गया है। उनसे एक होटल में पूछताछ की गई। हालांकि पुलिस इस मामले में अब तक चुप्पी साधे हुए है। पुलिस ने रविवार की शाम जिन दो महिलाओं को हिरासत में ले लिया। उनके बारे में कोई खुलासा नहीं किया है। दोनों से लगातार पूछताछ हो रही है। हालांकि सोमवार दोपहर बाद उन्हें छोड़ दिया गया। इसी तरह बालाराम के पैतृक गांव गढ़ सिवनी से पुलिस ने नंदू नाम के युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की। आशंका है कि हत्या में महिलाओं के साथ ये युवक भी शामिल था। हिरासत में ली गईं दोनों महिलाएं मृतका दुलारी बाई के परिवार से है। जबकि नंदू बालाराम के परिवार से है। इस प्रकार पुलिस की जांच जारी है।
प्रत्यक्ष के बयान के आधार पर आगे बढ़ रही जांच
खुड़मुड़ा में 21 दिसंबर को रोहित सोनकर,उसकी मां दुलारी बाई,पिता बालाराम और पत्नी कीर्तिन बाई का शव पड़ा मिला था। रोहित,दुलारी और बालाराम की हत्या करने के बाद हत्यारे ने शव पानी की टंकी में फेंक दिया। घटना स्थल से जाते वक्त आरोपी को रोहित का 11 वर्षीय बेटा दुर्गेश रास्ते में मिल गया। पहचान उजागर होने की शंका पर आरोपी वापस लौटा। दुर्गेश के सिर पर किसी ठोस वस्तु से हमला कर दिया।
प्रेमी के साथ मिलकर हत्या कबूला, बाद में बदला बयान
पुलिस ने जिन दो महिलाओं को रविवार रात को हिरासत में लिया, उनमें से एक महिला कुछ दिन पहले हत्या करना कबूल कर चुकी है। महिला ने सख्ती के बाद बताया था कि उसका युवक से प्रेम प्रसंग है। जिसकी जानकारी सोनकर परिवार की एक महिला को लग गई। इस वजह से उसे शंका थी कि पूरे गांव के उसके प्रेम संबंध की जानकारी लग जाएगी। इस वजह से कहने पर प्रेमी ने हत्या कर दी थी। बाद में बयान बदल दिया।
170 का बयान व मोबाइल रिकार्ड खंगाल चुकी पुलिस
मामले में अब तक सोनकर परिवार में शामिल दोनों भाई, उनकी पत्नी समेत 170 लोगों के बयान लिए जा चुके हैं। इसी तरह शंका के आधार पर भूमाफिया, तांत्रिक, जमीन दलाल, सब्जी व्यवसायी समेत करीब 150 लोगों के मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल खंगाला जा चुका है। पूरे घटनाक्रम की संवेदनशीलता इसी बात से समझी जा सकती है कि स्वयं सीएम भूपेश बघेल परिजन से मिल चुके है।
सोनकर परिवार के बच्चों को अब भी नहीं हत्या की जानकारी
सोनकर परिवार के बच्चों को अब भी पता नहीं है कि उनके माता-पिता और दादा-दादी की हत्या हो चुकी है। घर से अन्य सदस्यों ने इस बारे में उन्हें जानकारी भी नहीं दी है। बच्चों ने कई बार पूछा, लेकिन अन्य सदस्यों ने बाहर जाने की बात कहकर टाल दिया। अब लगातार बच्चे पूछने लगे हैं। पुलिस को आता-जाता देखते भी पूछताछ कर रहे हैं, लेकिन उन्हें कोई भी जानकारी अब तक नहीं दी गई है। घटना को 22 दिन हो चुके हैं।
जांच जारी
पुलिस ने लगातार इस मामले में जांच का दायरा बदला है। अलग-अलग स्तर पर टीम का गठन किया। साथ ही हर एंगल से जांच की। इसके अलावा दर्जनभर से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, लेकिन पुलिस अब तक हत्यारों तक नहीं पहुंच पाई। इस बार पुलिस को पूरी उम्मीद है कि हत्यारा परिवार के बीच का है।