आरएपीडीआरपी एवं आईपीडीएस की प्रगति पर ईडी ने ली समीक्षा बैठक वितरण हानि कम करने षीघ्र कार्यवाही के दिए सख्त निर्देष
दुर्ग आरएपीडीआरपी (रिस्ट्रक्चर्ड-एक्सलरेटिड पावर डेवलपमेंट एंड रिफाम्र्स प्रोग्राम) एवं आईपीडीएस (एकीकृत ऊर्जा विकास योजना) के तहत दुर्ग रीजन के अंतर्गत बालोद एवं बेमेतरा डिविजन में किये जा रहे विद्युत विकास कार्यों की प्रगति के संबंध में छत्तीसगढ़ स्टेट पाॅवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड, दुर्ग क्षेत्र के कार्यपालक निदेषक(ईडी) श्री संजय पटेल एवं अधीक्षण अभियंता वृत्त व्ही.आर.मौर्या ने कार्यपालन अभियंताओं, सहायक यंत्रियों एवं कनिश्ठ अभियंताओं की समीक्षा बैठक वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ली। उन्होंने इन योजनाओं के अन्तर्गत प्रस्तावित कार्यों को निर्धारित समयावधि पर पूर्ण करने पर जोर दिया। पटेल ने सभी मैदानी अधिकारियों को 31 मार्च 2021 अथवा इससे पूर्व लक्षित षहरों की वितरण हानि को 08 प्रतिषत अथवा इससे कम किये जाने के सख्त निर्देष दिये। उन्होंने बालोद एवं बेमेतरा डिविजन में आरएपीडीआरपी एवं आईपीडीएस की प्रगति पर विस्तार पूर्वक जानकारी ली। पटेल ने उपस्थित अधिकारियों से कहा कि आरएपीडीआरपी षहर के इनपुट यूनिट की गणना की संपूर्ण जांच करें एवं 11 के.व्ही. फीडर से सम्बद्ध ट्रांसफार्मर की मैपिंग एवं ट्रांसफार्मर से उपभोक्ता की मैपिंग एवं रूट सिक्वैसिंग का सही होना सुनिष्चित करें। इन योजनाओं के तहत इम्पोर्ट एवं एक्सपोर्ट पांइट, रिंग फैन्सिग डायग्राम, डीटी टैगिंग, कन्ज्यूमर टैगिंग, डीटी कोड जनरेषन, फीडरों एवं वितरण ट्रांसफार्मरों के मीटरों की जानकारी एवं फीडरवार वितरण हानि पर विस्तृत जानकारी लेकर दिये गये लक्ष्य को षीघ्र हासिल करने के निर्देष दिए। उन्हांेने कहा कि सैप प्रणाली में 11 के.व्ही फीडरों पर वितरण ट्रांसफार्मरों की टैंिगंग सही हो, फीडर वार वितरण हानि की नियमित समीक्षा कर इसे कम करने के प्रयास निरतंर करें।
कार्यपालक निदेषक ने बालोद एवं बेमेतरा डिविजन के अन्तर्गत विद्यमान वितरण ट्रांसफार्मरों, डीटी मीटरों, 33 केे.व्ही. एवं 11 के.व्ही. लाइनों, उपभोक्ताओं के मीटरों के संदर्भ में विस्तारपूर्वक जानकारी लेते हुए डिफेक्टिव मीटरों को बदलने की कार्यवाही पर विस्तृत चर्चा की। पटेल ने निर्धारित समय-सीमा में सर्वे पूरा करने, घर के अंदर लगे हुए मीटर को बाहर एवं असामान्य ऊंचाई पर लगे मीटर को आई लेवल पर षिफ्ट करने के निर्देष दिए। उन्होेंने उपभोक्ताओं का मोबाइल नं दर्ज करने एवं उनकी सलाह और षिकायतों को दर्ज कर प्राथमिकता से निराकृत करने के निर्देष दिए। अधीक्षण अभियंता व्ही.आर.मौर्या ने उपभोक्ताओं को हाफ बिजली बिल योजना का लाभ लेने के लिए बकाया भुगतान करने प्रोत्साहित करने की बात कही। उन्होंने कहा कि टीएण्डडी लाॅस को कम करना ही हमारा मुख्य उद्देष्य है, इस दिषा में लक्ष्य प्राप्ति के लिए प्रभावी कदम उठाये जाए, सेप प्रणाली में वितरण केन्द्रवार लाइनों, उपकरणों एवं उपभोक्ताओं से संबंधित जानकारी को यथाषीघ्र संधारित करें। उन्होंने अधिकारियों से उपभोक्ताओं को ‘‘मोर बिजली एप’’ डाउनलोड करने हेतु प्रेरित करने की बात कही। उन्होंने बताया कि पाॅवर डिस्ट्रीब्यूषन कंपनी द्वारा निर्मित “मोर बिजली ऐप” के माध्यम से उपभोक्ता नवीनतम बिजली बिल का विवरण, बिजली बिल पैंमेंट की जानकारी, बिजली सप्लाई संबंधी षिकायत, बिल भुगतान का विवरण, बिजली बिल हाॅफ योजना में प्राप्त छूट की जानकारी, मींटर रीडिंग भेजने आदि की सुविधा ले सकते हैं।