ट्रेन में दुर्ग से रायपुर तक का सफर करने मे अब 10 की जगह लगेंगे 85 रु.
दुर्ग। लंबी दूरी की ट्रेनें चल रही हैं और मुंबई – हावड़ा मार्ग की ट्रेनें गुजर रही है, लेकिन रेलवे के नियम से लोक परेशान हैं। लॉकडाउन के पहले दुर्ग से रायपुर जाने के लिए 10 रुपए, राजनांदगांव के लिए 13 और बिलासपुर के लिए 25 रुपए देने होते थे। अब 65 से 85 रुपए तक देने पड़ रहे हैं। यह जनरल का किराया है। स्लीपर क्लास के लिए 215 से 425 रुपए तक देने पड़ रहे। इस तरह इन दिनों सिर्फ ये दो-तीन शहर ही नहीं बल्कि अन्य लोकल शहरों रायगढ़, डोंगरगढ़, कोरबा, महासमुंद, तिल्दा, भाटापारा का चार गुना किराया लिया जा रहा है। लोकल ट्रेन का विकल्प नहीं होने की वजह से ट्विनसिटी के यात्रियों को इन शहरों में जाने के लिए ज्यादा किराया देना पड़ रहा है।
वर्तमान परिस्थिति में लोकल ट्रेन चलाई जाए
यात्री कल्याण संघ के चेयरमैन श्रवण यदु ने कहा कि जब सीटों की संख्या के अनुसार ही टिकट बुकिंग का नियम है तो लोकल ट्रेनें भी चलाई जानी चाहिए। फिर भी रेलवे प्रशासन इस दिशा में कोई पहल नहीं कर रहा। जरूरत और मांग के अनुसार देश के अन्य हिस्सों में लोकल ट्रेन चलाई जा रही है। वहीं पिछले दिनों वार्षिक निरीक्षण पर आए जीएम गौतम बनर्जी ने कहा कि मुख्यालय, राज्य और केंद्र के साथ स्वास्थ्य विभाग का आदेश मिलेगा तभी निर्णय लिया जा सकेगा। सितंबर 2020 में रायपुर-केंवटी और रायपुर-कोरबा एक्सप्रेस चलाई गई थी। लेकिन कोविड-19 के बढ़ते असर को देखते हुए उसे बंद कर दिया गया। अभी स्थिति पहले की स्थिति में ठीक है।इसी तरह दुर्ग- विशाखापटनम वाल्टेयर पैसेंजर, दुर्ग-दल्ली राजहरा डेमू ट्रेन चलाने का प्रस्ताव है। इसे बोर्ड को भेजे एक महीने से अधिक हो चुका है, पर निर्णय नहीं हुआ।
हाईकोर्ट ने रेलवे को दिया नोटिस, सुनवाई जारी
मामले में बिलासपुर हाई कोर्ट में अधिवक्ता सुदीप श्रीवास्तव ने जनहित याचिका लगाई थी। इस पर बुधवार को सुनवाई हुई। उन्होंने रेलवे पर स्पेशल ट्रेन के नाम पर डेढ़ से दो गुना किराया वसूलने और पर्याप्त सुविधा होने के बाद भी लोकल ट्रेन नहीं चलाने का आरोप लगाया है। कोरोना के नाम से ट्रेनें रोकी गई हैं, जबकि अन्य राज्यों में चलाई जा रही हैं। रेलवे प्रशासन द्वारा यात्रियों की बेहतर सुविधा व ज्यादा से ज्यादा यात्रियों को कन्फर्म बर्थ उपलब्ध करने के लिए कोरबा-यशवंतपुर-कोरबा एक्सप्रेस में एक अतिरिक्त कोच लगा रहा है। यह सुविधा कोरबा से जाने वाली ट्रेन में 17 को और यशवंतपुर से आने वाले ट्रेन में 22 जनवरी को रहेगी। इससे वेटिंग की टिकट के क्लियर होने की उम्मीद है। पिछले दिनों तीन और ट्रेनों में अतिरिक्त लगाने की बात कही गई है।
बसों या फिर टैक्सियों में समय और किराया दोनों अधिक
लोकल ट्रेनें नहीं चलने से जनता बसों या फिर टैक्सियों में सफर तय कर रही है। इसमें समय और पैसा दोनों अधिक लग रहा है। परिवहन विभाग ने लोकल शहरों के लिए अलग-अलग श्रेणी का किराया तय किया है। दुर्ग-भिलाई पावर हाउस से रायपुर जाने के लिए 45 से 55 रुपए देने पड़ रहे हैं। बिलासपुर का 155 से 175 रुपए तय किया है।