छत्तीसगढ़ में बर्ड फ्लू: बालोद के संक्रमित फार्म सहित एक किमी के दायरे में स्थित सभी पोल्ट्री फॉर्म की मुर्गियों दफनाएंगे

भिलाई/बालोद। छत्तीसगढ़ में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद प्रदेश भर में इसे लेकर चिंता बढ़ गई है। बालोद के जिस गांव के पोल्ट्री फॉर्म के मृत मुर्गियों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई उसके 10 किमी के दायरे में निगरानी शुरू कर दी गई है। वहीं एक किमी के दायरे को अतिसंक्रमित क्षेत्र घोषित कर दिया गया है। बालोद पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारी के मुताबिक संक्रमित फार्म के 1 किमी दायरे में आने वाले सभी पोल्ट्री फार्म के मुर्गियों को दर्दरहित मौत देकर फार्म में ही दफनाया जाएगा। जिला पशु चिकित्सा विभाग ने इसकी तैयारी कर ली है।
बता दें कि बालोद जिला स्थित जीएस पोल्ट्री फार्म गिधाली में 9 जनवरी को 210 मुर्गियो की अचानक मौत के बाद 10 मृत मुर्गियो का सेम्पल जांच के लिए भेजा गया था। जांच में इन सेम्पल में एच-5 एन-8 एविएन इनफ्लुएंजा वायरस से ग्रसित पाए गए। सेम्पल की ट्रेकियल स्वाब एवं क्लोकल स्वाब की रिपोर्ट भी पॉजिटिव पायी गई है। इसके बाद जिला प्रशासन ने संबंधित फार्म से एक किलोमीटर के दायरे को संक्रमित क्षेत्र घोषित कर दिया है। शुक्रवार को संक्रमित फार्म के एक किमी के दायरे में स्थित सभी पोल्ट्री फार्म की मुर्गियों को मारकर दफनाने की तैयारियां हो चुकी हैं।
10 किमी के दायरे में बंद रहेंगे सभी पोल्ट्री फॉर्म
बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने संक्रमित क्षेत्र के बाहर दस किलोमीटर की परिधि क्षेत्र में सभी पोल्ट्री संबंधी व्यवसायों को आगामी आदेश तक बंद रखने एवं अधिकारियों को नियमित रूप से निगरानी करने के निर्देश जारी किया है। साथ हि जिले में स्थित समस्त पोल्ट्री फार्म का भी नियमित निगरानी कर रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए है। आगामी आदेश तक जिले के भीतर तथा जिले के बाहर पोल्ट्री व अण्डा परिवहन प्रतिबंधित कर दिया गया है। दूसरी ओर जिले की पुलिस विभाग भी इस दिशा मे सक्रिय हो गया है। संक्रमित क्षेत्र में बेरिकेटिंग और जिले के पांच स्थान डौण्डी, मानपुर चौक, गुण्डरदेही, गुरूर और देवरी में चेक प्वाइंट बनाकर पोल्ट्री संबंधी परिवहन की जांच व कार्रवाई हेतु कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है।

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