किसान आंदोलन: दिल्ली-एनसीआर के कई क्षेत्रों में इंटरनेट बंद

नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में इंटरनेट सेवा बंद किए जाने से करोड़ों यूजर्स प्रभावित हुए हैं। मंगलवार को ही गृह मंत्रालय ने दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में मोबाइल-इंटरनेट सेवा बंद कर दी थी। किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुए हंगामे के बाद गृह मंत्रालय ने एनसीटी के सिंघु, गाजीपुर, टिकरी, मुकरबा चौक, नांगलोई और उसके आस-पास के इलाकों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी है, ये सेवाएं अगले आदेश तक बंद रहेंगी। वहीं हरियाणा के तीन जिले-सोनीपत, पलवल और झज्जर में टेलीकॉम सर्विस आज शाम पांच बजे तक बंद कर दी गई है।
इंटरनेट सेवा बंद हो जाने से बच्चों की ऑनलाइन कक्षाओं पर भी असर पड़ा है। कोरोना के मद्देनजर अभी स्कूल में दसवीं और बारहवीं के बच्चों को ही बुलाया जा रहा है। ऐसे में जो बच्चे स्कूल नहीं जा रहे वो घर से ऑनलाइन कक्षाओं के जरिए पढ़ रहे हैं लेकिन इंटरनेट सेवा बाधित होने से ऑनलाइन कक्षाएं प्रभावित हो रही हैं और बच्चों को पढ़ाई करने में परेशानी हो रही है। यही नहीं कोरोना काल में कई दफ्तरों ने अपने कर्मचारियों को घरों से काम करने की अनुमति दी है लेकिन इंटरनेट सेवा बंद होने से उनके काम पर असर पड़ा है। मौजूदा समय में कई लोग वर्क फ्रॉम होम कल्चर को अपनाए हुए हैं लेकिन कल शाम से इंटरनेट सेवा बंद हो जाने से लोगों का काम प्रभावित हो गया है।
दिल्ली-एनसीआर के अलावा हरियाणा सरकार ने मोबाइल-इंटरनेट बंद करने का एलान किया था। हरियाणा सरकार ने सोनीपत, पलवल और झज्जर जिलों में इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं निलंबित करने का फैसला किया है, ये सेवाएं आज शाम पांच बजे तक बंद रहेंगी। यहां केवल वॉइस कॉल ही एक्टिव रहेगी। अफवाहों और गलत सूचनाओं के प्रसारण से बचने के लिए यह कदम उठाया गया है। हरियाणा सरकार ने आज प्रदेश के सभी स्कूलों को बंद करने का फैसला किया है। हालांकि गृह मंत्रालय ने इंटरनेट सेवाओं- मोबाइल या होम ब्राॉडबैंड के बारे में विशेष प्रकार से कुछ भी निर्दिष्ट नहीं किया है लेकिन शहर के एक बड़े हिस्से में उपयोगकर्ताओं को इंटरनेट का इस्तेमाल करने में दिक्कत हो रही है। टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में करीब 5.2 करोड़ मोबाइल यूजर्स हैं।

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