दिल्ली हिंसा में घायल पुलिसकर्मियों से मुलाकात करने पहुचे गृहमंत्री अमित शाह

नई दिल्ली:- ट्रैक्टर रैली के दौरान दिल्ली में हुई हिंसा के बाद से पुलिस-प्रशासन किसान आंदोलनकारियों पर काफी सख्ती कर रही है। एक ओर जहां मेरठ के बड़ौत में 40 दिन से चल रहे प्रदर्शन को पुलिस ने बीती रात खत्म कराया, वहीं यूपी गेट पर आंदोलन स्थल की बिजली काट दी गई। बिजली कटने के बाद अंधेरा होने के चलते गिरफ्तारी के डर से किसानों ने  रात में जागकर पहरा दिया।

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सुश्रुत ट्रॉमा सेंटर में 26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा में घायल हुए पुलिसकर्मियों से मुलाकात की।

कृषि कानूनों के खिलाफ टिकरी बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन आज 64वें दिन भी जारी है। आज यहां किसानों ने अर्धनग्न प्रदर्शन किया। एडीजी, आईजी, डीएम, एसएसपी समेत भारी पुलिस बल गाजीपुर बॉर्डर पहुंचा है, जहां किसानों का आंदोलन चल रहा है। माना जा रहा है कि आज यहां से प्रदर्शन खत्म कराया जा सकता है।

आधी रात को दलित प्रेरणा स्थल से धरना दे रहे किसानों को पुलिस ने हटा दिया। अब दलित प्रेरणा स्थल भी खाली हो गया है। दिल्ली पुलिस ने जिन किसान नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है उनके खिलाफ लुक आउट नोटिस भी जारी करेगी। इसके साथ ही दिल्ली पुलिस किसान नेताओं के पासपोर्ट सरेंडर करने की प्रक्रिया शुरू करेगी। दिल्ली पुलिस ने योगेंद्र यादव, बलदेव सिरसा और बलबीर एस राजेवाल समेत कम से कम 20 किसान नेताओं को ट्रैक्टर रैली के समझौते को तोड़ने को लेकर नोटिस भेजा है। इस पर उन्हें जवाब के लिए तीन दिन दिए गए हैं।

गाजियाबाद में सभी थानों में पुलिस को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। हर थाना पुलिस को निर्देश दिया गया है कि बॉडी प्रोटेक्टर व हेलमेट के साथ तैयार रहें। यूपी गेट पहुंचने से 15 मिनट पहले निर्देश दिया जाएगा।

हिंसा के बाद टिकरी बॉर्डर पर बड़ी संख्या में सुरक्षाबल तैनात किए गए हैं। हालांकि इसके बाद भी कृषि कानूनों के खिलाफ टिकरी बॉर्डर पर किसानों का विरोध-प्रदर्शन जारी है। दिल्ली हिंसा में 300 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। देश के गृहमंत्री अमित शाह आज इन घायल पुलिसवालों से मिलने अस्पताल जाएंगे। दिल्ली पुलिस ने आज एनएच-24 पर दिल्ली से गाजियाबाद जाने वाला रास्ता खुलवाया। इसके बाद इस रूट पर ट्रैफिक सामान्य हो गया है।लाल किले पर भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात कर दिए गए हैं।

किसान नेताओं पर एफआईआर दर्ज करने के बाद रात को यूपी गेट का नजारा कुछ अलग ही दिखाई दिया। बुधवार की रात 50-60 किसान पूरी रात बारी-बारी से पहरा देते रहे। वहीं किसान नेता और भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत व गाजीपुर आंदोलन कमेटी के सदस्य जगतार सिंह बाजवा भी यूपी गेट पर रात भर किसानों के साथ मौजूद रहे। दोनों नेता किसानों के साथ अलाव तापते नजर आए। वहीं किसान लगातार ‘टिकैत अमर रहें’ और ‘किसान एकता जिंदाबाद’ के नारे लगाते रहे। इस दौरान यूपी पुलिस और प्रशासन की टीम लगातार निगरानी करती रही। डीएम और एसएसपी के नेतृत्व में कई बार पुलिस आंदोलनस्थल के पास से भी गुजरी लेकिन किसान नेताओं को गिरफ्तार करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया।

दिल्ली मेट्रो ने एहतियात के तौर पर आज लाल किला मेट्रो स्टेशन के प्रवेश और निकास दोनों द्वार बंद रखने की सूचना दी है, वहीं जामा मस्जिद स्टेशन का प्रवेश द्वार भी आज बंद रहेगा। अन्य सभी स्टेशन व रूट पर मेट्रो की सेवाएं सामान्य रूप से चल रही हैं।

बड़ौत में धरना दे रहे किसानों से बुधवार दिन में वार्ता बेनतीजा रहने के बाद देर रात पुलिस धरनास्थल पर पहुंची और किसानों पर लाठियां फटकारी। इस दौरान कुछ किसान सो रहे थे तो कुछ रागिनी सुन रहे थे। पुलिस के पहुंचते ही धरनास्थल पर भगदड़ मच गई। पुलिस किसानों का सामान जबरन लादकर ले गई। इस दौरान एक बुजुर्ग सुमेर सिंह पुलिस की लाठी लगने से घायल हुए हैं।

 

 

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