कांग्रेस समेत 16 पार्टियां संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण का करेंगी बहिष्कार
नई दिल्ली। मोदी सरकार को चौतरफा घेरने के लिए विपक्षी पार्टियां एकजुट हो गई हैं। कांग्रेस समेत 16 राजनीतिक पार्टियों ने मिलकर 29 फरवरी को बजट सत्र के पहले दिन संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करने का फैसला किया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजद ने गुरुवार को सभी राजनीतिक दलों की ओर से यह जानकारी दी।
We're issuing a statement from 16 political parties that we're boycotting President's Address that will be delivered at Parliament tomorrow. The major reason behind this decision is that the Bills (Farm Laws) were passed forcibly in House, without Opposition: GN Azad, Congress pic.twitter.com/9uhtfLKh67
— ANI (@ANI) January 28, 2021
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजद ने कहा, “कांग्रेस समेत 16 राजनीतिक दलों की ओर से हम सूचित कर रहे हैं कि 29 जनवरी को संसद में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के बहिष्कार करने का फैसला किया गया है। गुलाम नबी ने कहा कि यह फैसला कृषि कानूनों के विरोध में लिया गया है।”
आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने कहा, ” हम लोग तीन कृषि कानूनों का विरोध करते रहे हैं और करते रहेंगे। इसलिए आम आदमी पार्टी राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करेगी और हमारे लोकसभा के सांसद भगवंत मान और राज्य सभा के हम तीन सांसद 29 जनवरी को राष्ट्रपति के अभिभाषण कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे।’
ये पार्टियां करेंगी बहिष्कार-
कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी), नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी), डीएमके, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी), शिवसेना, समाजवादी पार्टी, आरजेडी, सीपीआई (एम), आईजेएमएल, आरसीपी, पीडीपी, एमडीएमके, केरल कांग्रेस और एआईयूडीएफ संसद में राष्ट्रपति के भाषण का बहिष्कार करेंगी। इसके अलावा अकाली दल और आम आदमी पार्टी भी बहिष्कार करेगी।