1 अप्रैल से शुरू होगी सरल पेंशन योजना, जाने फायदे

नई दिल्ली। एक अप्रैल से बीमा नियामक इरडा ने जीवन बीमा कंपनियों को सरल पेंशन योजना की शुरूआत करने को कहा है। इसके लिए बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण ने जीवन बीमा कंपनियों को निर्देश दिया है। सरल पेंशन प्लान के तहत बीमाकर्ता के नाम से सिर्फ दो एन्युटी (वार्षिकी) का विकल्प रहेगा। इरडा द्वारा जारी दिशा-निर्देश के अनुसार, सरल पेंशन प्लान के तहत मैच्योरिटी लाभ नहीं मिलेगा। हालांकि, इसमें 100 फीसदी खरीद मूल्य की वापसी का विकल्प होगा।

इरडा के दिशा-निर्देश में कहा है कि सरल पेंशन योजना के शुरू होने की तारीख से छह महीने के बाद किसी भी समय पॉलिसी सरेंडर की जा सकती है। साथ ही न्यूनतम एन्युटी राशि एक हजार रुपये प्रति माह, तीन हजार रुपये प्रति तिमाही, छह हजार रुपये प्रति छमाही या 12 हजार रुपये सालाना होगी। इरडा ने ने कहा है कि सामान्य सुविधाओं और मानक नियमों और शर्तों के साथ व्यक्तिगत तत्काल एन्यूटी लॉन्च करना बेहद जरूरी है। इरडा की गाइडलाइंस के मुताबिक, पॉलिसी शुरू होने की तारीख से 6 महीने के बाद किसी भी समय पॉलिसी सरेंडर की जा सकती है। वहीं, विशेषज्ञों का कहना है कि इरडा की इस पहल से उपभोक्ताओं के लिए प्लान का चुनाव करना आसान हो जाएगा।

जब किसी पेंशन योजन में आपकी जमा की गई राशि के बदले बीमा कंपनी जो सालाना राशि देने का वादा करती हैं उसे वार्षिकी (एन्युटी) कहा जाता है। इसमें अवधि का चुनाव मासिक, तिमाही, छमाही या सालाना आधार पर करने का विकल्प होता है। सेवानिवृत्ति के बाद नियमित आय के लिए पेंशन प्लान के तहत इसकी सुविधा मिलती है। गैर सरकारी कर्मचारियों के लिए ये योजना काफी अहम साबित हो सकती है।

क्यों है फायदेमंद
इरडा के मुताबिक, इस योजना में जितना पैसा आप निवेश करेंगे, उतना पैसा आपको मिल ही जाएगा। यह प्लान खरीद मूल्य के 100 फीसदी वापसी के साथ लाइफ एन्युटी की गारंटी देता है। इसका मतलब है कि एन्युटी का भुगतान ग्राहक को जीवन भर के लिए किया जाएगा और उसकी मृत्यु के बाद, जीवनसाथी को उसकी मृत्यु तक एन्युटी मिलती रहेगी। इसके बाद पति या पत्नी की मृत्यु पर कानूनी वारिस को खरीद मूल्य यानी 100 फीसदी राशि वापस मिल जाएगी।

बता दें कि बीमा नियामक इरडा के निर्देश पर बीमा कंपनियों ने एक जनवरी से सरल बीमा पॉलिसी पेश करना शुरू कर दिया है। मालूम हो कि बीमा कंपनियां बीमा पॉलिसी की तरह पेंशन योजना अलग-अलग नाम से बेचती हैं। साथ ही उसके सबसे बेहतर होने का दावा भी करती हैं। जिसके चलते उपभोक्ताओं के लिए उनमें चुनाव करना बेहद कठिन होता है। कई बार मिलते-जुलते नाम का झांसा देकर भी इस तरह के उत्पाद उपभोगताओं को बेच दिए जाते हैं। इसी लिए इरडा ने एक तरह की शर्तों और सुविधाओं वाला सरल पेंशन प्लान पेश करने को कहा है।