अमोनियम नाइट्रेट से धमाके का शक, सीसीटीवी से पुलिस को मिला सुराग

नई दिल्ली। शुक्रवार शाम कड़ी सुरक्षा व्यवस्था वाले वीआईपी लुटियन जोन में एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर इस्रायली दूतावास के पास एक बम विस्फोट हो गया। गणतंत्र दिवस के कारण घोषित हाई अलर्ट के बीच शाम 5.05 बजे दूतावास से महज 150 मीटर दूर जिंदल हाउस के सामने हुए धमाके में कोई घायल नहीं हुआ, लेकिन आसपास खड़ी तीन कारों के शीशे टूट गए। पूरे इलाके को सील कर दिया गया। अब पुलिस मामले की जांच कर रही है।

इस्रायली एंबेसी के पास हुए धमाके की जांच कर रही टीम के सूत्रों से जानकारी मिली है कि, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को एक सीसीटीवी फुटेज मिला है जिसमें एक कैब से दो व्यक्ति उतरते दिख रहे हैं। ये इस्रायली दूतावास के पास उस जगह की तरफ जाते दिख रहे है जहां कल धमाका हुआ। कैब ड्राइवर से संपर्क किया गया है और स्कैच बनवाए जा रहे हैं। इस्रायली दूतावास के पास ब्लास्ट साइट पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम पहुंची है। यहां वह धमाके वाले स्थल पर जांच कर जरूरी सबूत जुटा रहे हैं

धमाके के बाद विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने तत्काल इस्राइल के विदेश मंत्री गाबी अश्केनजी से धमाके को लेकर बात की और उन्हें कड़ी सुरक्षा का आश्वासन दिया। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल ने भी अपने इस्रायली एनएसए से बात कर उन्हें घटना की जानकारी दी। इस्रायली दूतावास ने धमाके से अपने यहां किसी तरह का नुकसान नहीं होने की बात कही है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी आईबी और दिल्ली पुलिस कमिश्नर से घटना की जानकारी ली।

देर रात तक दिल्ली पुलिस का बम स्क्वॉयड, स्पेशल सेल, राष्ट्रीय जांच एजेंसी व अन्य एजेंसियों के अधिकारी मौके पर जांच कर रहे थे। बम स्क्वॉयड ने किसी अन्य बम की संभावना के चलते पूरे इलाके में तलाशी अभियान चलाया। एपीजे अब्दुल कलाम रोड को बंद करते हुए भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया।

फोरेंसिक टीम ने ने धमाके में इस्तेमाल किए गए विस्फोटक की जानकारी लेने के लिए सैंपल एकत्र किए हैं। घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। सूत्रों के मुताबिक, सीसीटीवी फुटेज में एक चलती कार से किसी व्यक्ति को सड़क किनारे रखे फूलदान में पैकेट फेंकते हुए देखा गया है। कार मालिक की जानकारी जुटाई जा रही है। सूत्रों ने धमाके में आईईडी के इस्तेमाल की भी संभावना जताई है।

दिल्ली पुलिस के अतिरिक्त जनसंपर्क अधिकारी अनिल मित्तल ने बताया कि धमाके के बाद इस्रायली दूतावास से एक व्यक्ति निकला और घटनास्थल का वीडियो बनाने के साथ फोटो भी खींचे। इसके बाद करीब 5.11 बजे सूचना पुलिस व दमकल विभाग को दी गई। दमकल की तीन गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। मित्तल ने कहा कि धमाका बहुत कम तीव्रता वाला था। इसमें कोई घायल नहीं हुआ है। सिर्फ तीन कारों के शीशे टूटे हैं। शुरुआती जांच के मुताबिक, किसी शरारती तत्व ने सनसनी फैलाने की नीयत से यह धमाका किया है।
एयरपोर्ट, परमाणु संस्थानों की बढ़ाई सुरक्षा
धमाके के बाद हाई अलर्ट जारी करते हुए केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने राजधानी में सभी एयरपोर्ट, परमाणु संस्थानों और केंद्र सरकार के भवनों समेत महत्वपूर्ण और संवेदनशील जगहों की सुरक्षा बढ़ा दी है। इसके अलावा देश में अन्य जगह भी अहम जगहों की सुरक्षा व्यवस्था में लगी सीआईएसएफ यूनिटों को हाई अलर्ट पर रहने को कहा गया है।

महज दो किमी दूर मौजूद थे राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री
इस्रायली दूतावास विजय चौक से महज दो किलोमीटर दूर है, जहां धमाके के समय राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री समेत देश के तमाम वीआईपी बीटिंग रिट्रीट समारोह में मौजूद थे। इसके बावजूद धमाका अंजाम दिए जाने को सुरक्षा में भारी चूक माना जा रहा है।

एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर ही 2012 में भी इस्रायली दूतावास की कार को निशाना बनाया गया था। तब 13 फरवरी को प्रधानमंत्री आवास के पास चौराहे पर दूतावास की कार में स्टिक बम से धमाका किया गया था। कार में मौजूद राजनयिक की पत्नी समेत चार लोग मामूली घायल हो गए थे। धमाके के पीछे ईरान का हाथ माना गया था। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इसमें एक पत्रकार समेत कई लोगों को पकड़ा था।

दूतावास में सभी लोग सुरक्षित हैं। दूतावास को हाई अलर्ट पर रखा गया है। हम दिल्ली पुलिस का सहयोग कर रहे हैं। अभी इस्रायली विदेश मंत्री गाबी अश्केनाजी से इस्रायली दूतावास के बाहर हुए धमाके को लेकर बात की। हम इसे बेहद गंभीरता से ले रहे हैं। उन्हें दूतावास और इस्रायली राजनयिकों की पूर्ण सुरक्षा का आश्वासन दिया गया है। धमाके की जांच जारी है और दोषियों को तलाशने में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी।

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