प्रेमी ने बात करना किया बंद तो प्रेमिका ने फिल्मी अंदाज में किया अपहरण
राजनांदगांव:- प्रेमी ने फोन पर बात करना बंद किया तो प्रेमिका ने उसे सबक सिखाने फिल्मी अंदाज में उसे उठा लिया। नागपुर से कार में दो साथियों के साथ पहुंची, प्रेमी को ऑफिस के बाहर से कार में डाला। फिर धमकाते हुए उसे रायपुर तक ले गई। पुलिस को पहले तो मामला अपहरण का लगा, लेकिन जब आरोपी पकड़ गए तो मसला केवल धमकाने और डराने का ही निकला ।
शहर के अनुपम नगर में मौजूद सिटी व्हील्स में काम करने वाले दीपक धमगाय का बीते 9 महीने से नागपुर की दीपिका से प्रेम प्रसंग था। उसकी प्रेमिका जब भी उसे फोन करती उसका नंबर बिजी आता। इससे उसे आशंका हुई कि दीपक का किसी और लकड़ी से संबंध हैं। उसी के चलते दीपक उससे दूर हो रहा है। इससे आक्रोशित दीपिका शनिवार को नागपुर से एक कार में अपने दो साथियों विवेक डोके और कौशिक मेश्राम सहित ड्राइवर शोएब असलम के साथ नांदगांव आ धमकी। दोपहर करीब 2.30 बजे उनकी कार सिटी व्हील्स के सामने पहुंची, जहां पहले तो उसने दीपक को धमकाया फिर कार में बैठाकर उसे वहां से ले गए।
पकड़े जाने के बाद पूरे घटना की मास्टर माइंड दीपिका ने पुलिस को बताया कि दीपक किसी अन्य युवती से बात करने लगा था। इसी के चलते उसने इस पूरे घटनाक्रम की योजना बनाई। रायपुर तक ले जाने में उनका मकसद अपहरण नहीं था। बल्कि केवल वह दूसरी युवती के बारे में पूछताछ कर रही थी। गाड़ी में भी दीपक को सिर्फ दूसरी युवती के बारे में पूरी जानकारी देने का दबाव बनाया जा रहा था। युवती के मुताबिक 9 महीने तक उससे प्रेम प्रसंग रखने के बाद दीपक का ऐसा धोखा देना उसे बर्दाश्त नहीं हुआ।
घटना के बाद शहर में अपहरण की अफवाह फैली, पुलिस भी हो गई परेशान
घटना के बाद शहर में अपहरण की अफवाह फैल गई। दीपक के सहकर्मियों ने बसंतपुर थाने पहुंचकर इसकी सूचना दी। महाराष्ट्र की गाड़ी में दीपक को उठाए जाने की जानकारी मिलते ही पुलिस भी परेशान हो गई। इसके बाद बसंतपुर टीआई लोमेश सोनवाने ने साइबर टीम के साथ मिलकर पतासाजी शुरू की । किसी अनहोनी की आशंका भी पुलिस के मन में बैठी हुई थी। दिनदहाड़े शहर से युवक के अपहरण की खबर कुछ ही देर में पूरे इलाके में फैल गई। इससे बाद पुलिस भी अलर्ट हो गई।
पुलिस ने घटना को अंजाम देने वाली मुख्य आरोपी दीपिका सोनकुंवर, विवेक डोके, कौशिक मेश्राम और कार चालक शोएब असलम को गिरफ्तार कर लिया है। तीनों ही आरोपियों के खिलाफ धारा 294, 323, 365, 34 के तहत अपराध दर्ज कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है । इधर घटना के महज 10 घंटे के भीतर ही मामले को सुलझाने को लेकर बसंतपुर पुलिस व साइबर सेल की टीम की भी बेहतर कार्यप्रणाली सामने आई है।
फोन ऑन होतेे ही मिला लिंक
साइबर सेल की टीम लगातार दीपक के मोबाइल फोन को ट्रेस करने का प्रयास कर रही थी, लेकिन उसका नंबर स्विच ऑफ आ रहा था। रायपुर पहुंचने के बाद पचपेढ़ी नाका में रात में उसका फोन ऑन हुआ। इसके बाद टीम को लोकेशन मिला। कार क्रमांक एच एच 31 ईयू 0491 को रुकवाया गया। दीपक सहित सभी आरोपियों को रात में ही पुलिस ने हिरासत में लिया।