ग्रीन कोरिडोर बनाकर एम्बुलेंस को मात्र 34 मिनट में हाईटेक भिलाई से एम्स हॉस्पिटल रायपुर पहुंचाया

भिलाई। ग्रीन कॉरिडोर बनाकर पुलिस और हेल्थ डिपार्टमेंट ने एक मरीज की जान बचाई है। यह पहला मौका नहीं है जब दुर्ग पुलिस ने ग्रीन कॉरिडोर बनाकर किसी की जान बचाई हो। इससे पहले भी रायपुर या अन्य शहरों तक मरीज को रेफर करने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है । इस बार हाइटेक अस्पताल भिलाई से एम्स रायपुर तक मरीज को पहुंचाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया।

इन दिनों चार फ्लाईओवर के निर्माणाधीन होने से ट्रैफिक का दबाव ज्यादा है। एक से डेढ़ घंटे में भिलाई से रायपुर तक का सफर तय हो रहा है। ऐसे में पुलिस ने ग्रीन कॉरिडोर बनाकर इस सफर को 34 मिनट में तय किया। हाईटेक हास्पिटल भिलाई से गोविन्द राम साहू (उम्र 51) निवासी डोगरगांव जिला राजनांदगांव के स्वास्थ्य सुधार न होने पर एम्बुलेंस के माध्यम से हाईटेक हास्पिटल भिलाई से एम्स रायपुर भेजा गया।

जिसकी यातायात व्यवस्था के लिए एसपी दुर्ग प्रशांत ठाकुर के निर्देश पर यातायात के समस्त अधिकारी/ कर्मचारियों द्वारा मिलकर बनाये गये ग्रीन कोरिडोर एवं रायपुर पुलिस की सहायता से मात्र 34 मिनट में एम्बुलेंस को हाईटेक हास्पिटल भिलाई से एम्स हास्पिटल रायपुर पहुंचाया गया।

क्या होता है ग्रीन कॉरिडोर

ग्रीन कॉरिडोर सामान्य मार्ग ही होता है जिसे मेडिकल इमरजेंसी जैसे की ऑर्गन ट्रांसप्लांट या मरीज़ की क्रिटिकल स्तिथि में दो जिले या दो शहरों की पुलिस मिलकर मरीज को एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल या किसी अन्य जगह से अस्पताल पहुंचाने के लिए रास्ते पर आने वाले ट्रैफिक को 60-70 प्रतिशत तक कम करने की कोशिश करती है। जिससे मरीज जल्द से जल्द अस्पताल का पहुंच सके।