काजल श्रीवास के नेतृत्व व सुभद्रा सिंह के मार्गदर्शन में महिला दिवस के अवसर पर सैकड़ो युवा हुए शामिल
भिलाई:- अंतराष्ट्रीय महिला दिवस में नारी शब्द एक जिम्मेदारी अनेक कार्यक्रम का आयोजन सेक्टर 10 डोम शेड में पूर्व पार्षद (एमआईसी सदस्य) समाजसेवी सुभद्रा सिंह के भरपूर सहयोग से एवम छत्तीसगढ़ में सीजी क्वीन के नाम से मशहूर काजल श्रीवास के नेतृत्व में किया गया। जिसमे पूरे छत्तीसगढ़ के कोने कोने से युवा वर्ग बड़ी संख्या में शामिल होने के लिए पहुँचे। कार्यक्रम में मुख्य रूप से विधायक देवेन्द्र यादव , जिला पंचायत अध्यक्ष शालिनी यादव , पूर्व अहिवारा विधायक राजमहन्त सॉवला राम डाहरे, पूर्व नेता प्रतिपक्ष भिलाई निगम रिकेश सेन ,पूर्व राज्यमंत्री केश कला बोर्ड मोना सेन एवम सेन समाज के प्रदेशाध्यक्ष के प्रतिनिधि के रूप में श्यामा विनोद सेन उपस्थित हुए।
सुभद्रा सिंह को त्याग की मूरत के रूप में सम्बोधित करते हुए बताई की कार्यक्रम के लिए जगह की तलाश करते हुए जब वह सेक्टर 10 के डोम शेड पहुँची तब उनको पता चला कि सुभद्रा सिंह 2005 से उस मंच में महिला दिवस का आयोजन कर रही है , और जब मैं जाकर उनसे कार्यक्रम कराने की मंशा जाहिर की तब सुभद्रा ने एक ही बार मे यह बोलते हुए की युवाओं को आगे बढ़ाना हमारा कर्तव्य है कहते हुए कार्यक्रम कराने में भरपूर सहयोग देते हुए टेंट एवम भोजन की भी व्यवस्था कर दी। साथ ही रिकेश सेन को भी साउंड एवम पानी की व्यवस्था कराने के लिए धन्यवाद ज्ञापित की।
कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में सफलता अर्जित किये हुए नारी वर्ग का सम्मान सुभद्रा सिंह एवम काजल श्रीवास के द्वारा किया गया। गत दिनों से राज्य स्तरीय विभिन्न ऑनलाइन प्रतियोगिता का आयोजन काजल श्रीवास के प्रोडक्शन हॉउस के द्वारा किया गया था जिसमे 3000 से भी अधिक लोगों ने हिस्सा लिया । साथ ही 8 मार्च को कार्यक्रम में रैंप वॉक का भी कॉम्पिटिशन रखा गया था।
छत्तीसगढ़ के बहुत से कलाकार इस कार्यक्रम में शामिल हुए जिसमे अभिनेत्री अनिकृति चौहान , सिंगर स्वेता महिमा दास , शर्मिला बिस्वास , कंचन जोशी एवम शुभम साहू साथ ही लोकगायिका आरू साहू ने अपनी कला का प्रदर्शन मंच के माध्यम से किया। सभी कलाकारों का सम्मान विधायक देवेंद्र यादव एवम सुभद्रा सिंह के हाथों किया गया।
काजल श्रीवास ने मंच में अपने उद्बोधन के माध्यम से लड़कियों के पीरियड एवम बलात्कार जैसे समस्या के बारे में बात की जिसे सुन कर लोग इमोशनल हो गए। छत्तीसगढ़ में पहली बार किसी लड़की को खुले मंच में ऐसे विषयों में बोलते हुए देखा गया जो बहुत ही गर्व की बात है।