पत्नी, बेटा व बेटी की निर्मम हत्या के बाद खुद भी लटका फांसी के फंदे पर

मध्यप्रदेश :- मुरैना से रोंगटे खड़े कर देने वाली खबर सामने आई है। जिले के पलिया कॉलोनी में एक पति अपनी पत्नी, बेटा व बेटी की निर्मम हत्या करने के बाद खुद भी फांसी के फंदे से लटक गया। बुधवार देर रात हुई इस वारदात से हर कोई सन्न है। 45 साल के सत्यदेव शर्मा ने 42 साल की पत्नी उषा, 12 साल के बेटे अश्विनी और 10 साल की बेटी मोहिनी की हंसिया व चाकू की मदद से गला रेतकर हत्या कर दी।

पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि किराना कारोबारी सत्यदेव शर्मा बुधवार को ही अपने ससुराल विजयपुर से पत्नी व बच्चों को लेकर मुरैना लौटे थे। दिन के समय परिवार वाले पड़ोसियों से अच्छे से हंस-बोल रहे थे। तब ऐसा बिल्कुल भी नहीं लगा कि दंपती में विवाद है। सत्यदेव के पड़ोसी और जाने वाले घटना के बारे में सुनकर हैरान हैं। वह सोचने पर मजबूर हो रहे हैं कि समृद्ध होने के बाद भी ऐसी क्या बात हो गई कि सत्यदेव ने अपने परिवार को मौत के घाट उतार दिया।

जानकारी के अनुसार कुछ दिन पहले ही सत्यदेव ने मुरैना में 65 लाख का मकान खरीदा था। इसके अलावा उनका एक अन्य मकान और 8 बीघा जमीन भी है। सत्यदेव के 3 भाई हैं, सभी के अपने मकान हैं। माता-पिता एक भाई के साथ गांव में रहते हैं। सत्यदेव के पिता जब घटनास्थल पर पहुंचे तो बेसुध होकर गिर पड़े। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

सत्यदेव की 82 साल की पड़ोसी कलावती ने पुलिस को बताया कि रात 11 बजे सत्यदेव की पत्नी उषा दिखाई दी थीं। घर से किसी तरह की लड़ाई की आवाजें भी नहीं सुनाई दीं। इधर, उषा की बहन ने भी पुलिस को बयान दिया है कि जब बुधवार को दिन के समय उनकी फोन पर बात हुई तो उषा ने घर की साफ-सफाई और खाना बनाने की बात कही थी। सब कुछ सामान्य लग रहा था।
पड़ोसियों को हुआ अनहोनी का अहसास

जब सुबह नौ बजे दूध वाला आया और देर तक दरवाजा खटखटाने पर भी नहीं खुला। ऐसे में एक पड़ोसी नीरज ने छत से सत्यदेव के घर में झांका तो एक लटके हुए आदमी के पैर दिखाई दिए। नीरज ने शोर मचाया तो भीड़ लग गई। मोहल्ले वाले दरवाजा तोड़कर घर में घुसे तो 45 साल के सत्यदेव, 42 साल की उनकी पत्नी उषा, 12 साल के बेटे अश्विनी और 10 वर्षीय बेटी मोहिनी के शव मिले।

पति-पत्नी के बीच हुई थी जद्दोजहद

इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस के साथ ही फॉरेंसिक विभाग की टीम मौके पर पहुंची। घटना की वजह अभी पता नहीं चल पाई है। माता-पिता और मोहल्ले वालों से पूछताछ जारी है। फॉरेंसिक एक्सपर्ट डॉक्टर अर्पिता सक्सेना ने बताया कि तेज धार वाले हथियार से तीन लोगों का गला काटा गया है। इसके बाद सत्यदेव ने फांसी लगाई है।

फॉरेंसिक एक्सपर्ट ने बताया कि प्राथमिक जांच में पता चला है कि सबसे पहले बच्ची का गला रेता गया, क्योंकि वह मां के साथ पलंग पर सो रही थी। उषा के गले पर 11 सेमी लंबा व 2 सेमी गहरा चाकू का घाव था। उसके शरीर पर 4 अन्य घाव मिले और चूड़ियां टूटी हुई थीं। यानी मरने से पहले पति-पत्नी के बीच जद्दोजहद भी हुई है। एसपी मुरैना सुनील पांडे के मुताबिक घटना की वजह अब तक सामने नहीं आई है।

 

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