दुर्ग की 76 वर्षीय महिला ने कोरोना से जीती जिंदगी की जंग

यह कहानी बताती है कि दवाओं के साथ ऑक्सीजन लेवल मेंटेन करने से अधिक आयु और को मॉर्बिड भी चंदूलाल कोविड केअर हॉस्पिटल में हो रहे रिकवर

दुर्ग :- चंदूलाल चंद्राकर कोविड केयर सेंटर में ऑक्सीजन की जरूरत वाले मरीजों की पूरी देखभाल की जा रही है जिससे उन्हें रिकवर होने में तेजी से सहायता मिल रही है। यासमीन रहमान की कहानी भी इसी तरह की है। यासमीन रहमान 76 वर्ष की महिला है और पद्मनाभपुर में रहती हैं उन्हें 17 दिन पहले चंदूलाल चंद्राकर कोविड केयर हॉस्पिटल में लाया गया था, जब उन्हें लाया गया उस समय उनका ऑक्सीजन लेवल 77 था, इसके बाद उनकी मेडिसिन शुरू की गई तथा उन्हें लगातार ऑक्सीजन दिया गया। ऑक्सीजन की सुविधा शुरू होने से पेशेंट को रिकवर होने में मदद मिली और अब 17 दिन के बाद यासमीन अपने घर जा रही हैं। उनके बेटे नजमुल रहमान ने बताया कि हमारा पूरा परिवार चंदूलाल चंद्राकर कोविड हॉस्पिटल के कोरोना वॉरियर्स के प्रति आभारी हैं जिन्होंने इतने दिनों तक मां का ख्याल रखा और आज भी अच्छे ऑक्सीजन लेवल के साथ मां हमारे साथ जा रही हैं। श्री रहमान ने बताया कि शुरुआत में जब उनका सैचुरेशन घटा तो 6 घंटे घर पर ही रखने का निर्णय लिया लेकिन यह महसूस हुआ कि घर पर रखने के निर्णय से दिक्कत आ सकती है और मेडिकल सुपरविजन जरूरी है अंततः चंदूलाल चंद्राकर कोविड केयर सेंटर लाने का फैसला किया गया। यहां मरीज को तुरंत भर्ती कर लिया गया और इसके बाद उनका इलाज शुरू हुआ, ऑक्सीजन की उनकी जरूरत के मुताबिक उन्हें ऑक्सीजन दिया गया। श्री रहमान ने बताया कि कोविड के मरीजों के लिए ऑक्सीजन बेड्स की रिक्वायरमेंट बहुत महत्वपूर्ण होती है और ऐसे में हॉस्पिटल केयर की महत्वपूर्ण भूमिका सामने आई, कोरोनावरियर्स ने मां का ध्यान रखा। उन्होंने बताया कि अब मां डिस्चार्ज हुई है तो उन्हें पोस्ट कोविड केयर के बारे में भी डॉक्टरों ने बताया है वह पोस्ट कोविड ब्रीदिंग एक्सरसाइज पर कार्य करेंगे और धीरे-धीरे मां की कमजोरी पूरी तरह दूर हो जाएगी। उल्लेखनीय है कि चंदूलाल चंद्राकार हॉस्पिटल में लगातार ऑक्सीजन बेड बढ़ाए जाने का कार्य किया जा रहा है। इसके साथ ही यहां 25 बेड का आईसीयू भी तैयार किया जा रहा है जिसमें वेंटीलेटर की सुविधा भी होगी। इस संबंध में जानकारी देते हुए नगर निगम आयुक्त ऋतुराज रघुवंशी ने बताया कि हॉस्पिटल की सुविधाओं में विस्तार के लिए निरंतर कार्य किया जा रहा है तथा यहां पर सुविधाओं की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। ऑक्सीजन की व्यवस्था उपलब्ध होने से मरीजों को काफी राहत मिल रही है क्योंकि ऑक्सीजन लेवल गिरने से बहुत सारी दिक्कतें मरीज को आती है ऑक्सीजन उपलब्ध होने से बहुत सारी समस्या हल होती है और इससे ट्रीटमेंट को आगे बढ़ाने में भी मदद मिलती है।