शंकर नाला निर्माण लॉकडाउन में भी प्रगतिरत, जनहित में बरसात पूर्व कार्य पूर्ण करना आवश्यक: वोरा
दुर्ग:- शहर के मध्य से गुजरने वाले 11 किमी लंबा शंकर नाला जो अत्यंत जर्जर स्थिति में पहुंच चुका था हर बरसात में शहर की निचली बस्तियों में जल भराव की स्थिति निर्मित होने से गंदे पानी का जमावड़ा, संक्रामक रोग एवं नाले से लगी आबादी में प्रतिवर्ष जनहानि भी होती रही है। 10 वर्ष पूर्व निगम द्वारा 4.5 किमी का कार्य करवा के पल्ला झाड़ लिया गया था। उसके बाद 6.5 किमी के बचे काम की बार बार मांग के बाद भी सीमांकन नहीं होने के कारण अवरोध उत्पन्न हो रहा था। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के तुरंत बाद वरिष्ठ कांग्रेस विधायक अरुण वोरा ने इस दिशा में त्वरित कार्यवाही करते हुए 14.5 करोड़ के बचे निर्माण कार्य को प्रारंभ करवाने की पहल की एवं निगम आयुक्त से लगातार कार्य की धीमी गति पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए जाते रहे।
अब सीमांकन की समस्या हल हो जाने के बाद वोरा ने कार्य प्रगति देखने स्थल पर पहुंचे उन्होंने निगम अधिकारियों से कहा कि कार्य की गुणवत्ता एवं गति पर विशेष ध्यान दिया जाए। 8 बार की स्वीकृति होने के बाद भी पूर्ववर्ती शासन से राशि नहीं प्राप्त हुई थी अब राशि मिलने के बाद बरसात के पूर्व निर्माण कार्य पूर्ण करना आवश्यक है। उन्होंने महापौर धीरज बाकलीवाल एवं निगम आयुक्त हरेश मंडावी से कहा कि स्थल पर कार्य की प्रगति की मॉनिटरिंग करना आवश्यक है। कोरोना काल के दौरान भी कार्य की आवश्यकता एवं जनहित के महत्व को देखते हुए कार्य चालू रखने की अनुमति लॉक डाउन के दौरान भी दिलाई गई है जिससे कार्य में संतोषजनक प्रगति नजर आना आवश्यक है। निरीक्षण के दौरान उप अभियंता जितेंद्र समैया, पूर्व पार्षद राजेश शर्मा एवं एल्डरमैन अंशुल पांडेय मौजूद थे।